loader

अग्निपथ: सिकंदराबाद हिंसा का मास्टरमाइंड गिरफ्तार- पुलिस

अग्निपथ योजना के विरोध में तेलंगाना के सिकंदराबाद रेलवे स्टेशन पर हुई हिंसा के मास्टरमाइंड को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने कहा है कि यह शख्स सेना में रह चुका है और उसका नाम अवुला सुब्बा राव है।

इससे पहले पुलिस ने कहा था कि सिकंदराबाद के रेलवे स्टेशन पर हुई हिंसा पूर्व नियोजित थी। शुक्रवार को हुए हिंसक प्रदर्शन में 19 साल के एक शख्स की मौत हो गई और 15 लोग घायल हो गए थे। प्रदर्शनकारियों के बेकाबू होने के बाद पुलिस को गोली चलानी पड़ी थी। 

ट्रेनिंग एकेडमी चलाता है आरोपी

सुब्बा राव पर एक वॉट्सएप ग्रुप बनाकर भीड़ जुटाने और आगजनी और तोड़फोड़ में बड़ा हाथ होने का आरोप है। सुब्बा राव आंध्र प्रदेश के प्रकासम जिले का रहने वाला है और वह हैदराबाद के नरसरावपेटी इलाके में आर्मी में भर्ती होने की चाह रखने वाले युवाओं के लिए ट्रेनिंग एकेडमी चलाता है।

इसके अलावा भी सात अन्य जगहों पर वह कई सालों से ट्रेनिंग एकेडमी चला रहा है। पुलिस उससे पूछताछ कर रही है। 

ताज़ा ख़बरें

पुलिस ने अदोनी, कुरनूल, गुंटूर, नेल्लोर, अमदलावलासा, विशाखापत्तनम और यलमांचिली से हिंसा के आरोपों के मामले में कई लोगों को हिरासत में लिया है।

प्रदर्शनकारियों ने सिकंदराबाद रेलवे स्टेशन पर लगे स्टॉल और सरकारी संपत्ति में जमकर तोड़फोड़ की थी और आगजनी की वारदात को भी अंजाम दिया था। उन्होंने रेलवे के दफ्तर में लगे इलेक्ट्रॉनिक व कंप्यूटर उपकरण, पंखे, ट्यूबलाइट आदि को भी जबरदस्त नुकसान पहुंचाया था।

तेलंगाना से और खबरें

एडिशनल डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (रेलवे) संदीप शांडिल्य ने कहा था कि रेलवे स्टेशन पर हमला सोच-समझकर किया गया था। उन्होंने कहा था कि हमले में शामिल प्रदर्शनकारियों ने एक वॉट्सएप ग्रुप बनाया था और उसका नाम चलो सिकंदराबाद रखा गया था। 

इस ग्रुप में पूरी योजना बनाई गई थी और सभी प्रदर्शनकारी घटना से पहली वाली रात को रेलवे स्टेशन के आसपास इकट्ठे हुए थे और शुक्रवार सुबह इन्होंने हमला कर दिया था। 

उन्होंने कहा था कि स्टेशन पर 50 सुरक्षाकर्मी तैनात थे लेकिन वे 500-1000 की संख्या में आई उग्र भीड़ का मुकाबला नहीं कर सके।

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

तेलंगाना से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें