तमिलनाडु के मतदाताओं ने जिस तरह से लोकसभा चुनाव और विधानसभा के उपचुनाव में वोट दिया, उससे बड़े-बड़े राजनेता और बड़े-बड़े राजनीतिक पंडित हैरान हैं। लोकसभा चुनाव में जहाँ तमिलनाडु के मतदाताओं ने स्टालिन के नेतृत्व वाली डीएमके और उसकी सहयोगी पार्टियों को शानदार जीत दिलायी, वहीं 22 विधानसभा सीटों के लिए उप-चुनाव में 9 सीटें मुख्यमंत्री पलानीसामी और उप-मुख्यमंत्री पन्नीरसेल्वम के नेतृत्व वाली एआईएडीएमके को जीत दिलाकर सरकार बचा ली।
तमिलनाडु में पलानीसामी के लिए वोट मिले तो मोदी को क्यों नहीं?
- तमिलनाडु
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- 30 May, 2019

तमिलनाडु के मतदाताओं ने लोकसभा चुनाव में जहाँ डीएमके गठबंधन को शानदार जीत दिलायी, वहीं 22 विधानसभा सीटों के लिए उप-चुनाव में 9 सीटें मुख्यमंत्री पलानीसामी को जीत दिलाकर सरकार बचा ली। तो क्या वोटर मोदी से नाराज़ थे?
दिलचस्प बात तो यह भी है कि तमिलनाडु में लोकसभा चुनावों के साथ ही विधानसभा के उप-चुनाव भी करवाए गये थे। लोकसभा चुनाव एक चरण में ही पूरे हो गये जबकि 22 विधानसभा सीटों के लिए चुनाव दो चरणों में करवाए गये। जिस तरह के नतीजे लोकसभा चुनाव में देखने को मिले अगर उसी तरह के नतीजे विधानसभा के उप-चुनाव में देखने को मिलते तो एआईएडीएमके सरकार अल्प मत में आ जाती और गिर जाती।