मैसूर से दरभंगा जा रही भागमती एक्सप्रेस शुक्रवार को चेन्नई के नज़दीक कवारैपेट्टई रेलवे स्टेशन के पास एक मालगाड़ी से टकरा गई। 12 डिब्बे पटरी से उतर गए और एक्सप्रेस ट्रेन के दो डिब्बों में आग लग गई। शुरुआती रिपोर्टों में हादसे में कम से कम 19 लोगों के घायल होने की ख़बर आई है। देर रात तक राहत और बचाव कार्य जारी रहा।
अधिकारियों ने बताया कि 12578 मैसूर-दरभंगा एक्सप्रेस रात 8:50 बजे कावराईपेट्टई में मालगाड़ी से टकरा गई और बचाव दल तथा एंबुलेंस को घटनास्थल पर भेज दिया गया है। तिरुवल्लूर के जिला कलेक्टर ने कहा है कि बचाव अभियान पूरे ज़ोरों पर है। नुकसान और हताहतों की संख्या के बारे में शुरुआती जानकारी अभी भी नहीं मिली है।
रिपोर्टों के अनुसार राष्ट्रीय व राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल यानी एनडीआरएफ व एसडीआरएफ की टीमें और एम्बुलेंस घटनास्थल पर पहुंच गई हैं।
हादसे की वजह तो आधिकारिक रूप से बाद में पता चलेगी, लेकिन शुरुआती रिपोर्टों से पता चलता है कि दुर्घटना का कारण ट्रैक पर गड़बड़ी होना है। इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार एक्सप्रेस ट्रेन लूप लाइन में घुस गई और खड़ी ट्रेन से टकरा गई। कहा जा रहा है कि इस टक्कर के बाद ही दो डिब्बों में आग लग गई।
दक्षिण रेलवे के चेन्नई डिवीजन ने हेल्पलाइन नंबर 044-25354151, 044-24354995 की घोषणा की है।
बता दें कि देश में बीते कुछ महीनों में रेल हादसे तेज़ी से बढ़े हैं। रेल के डिब्बों के पटरी से उतरने की तो ख़बरें लगातार आ रही हैं। हाल ही में उत्तर प्रदेश के कानपुर के गोविंदपुरी स्टेशन के पास 17 अगस्त को साबरमती एक्सप्रेस के 22 डिब्बे पटरी से उतर गए थे। हालांकि, इस हादसे में न तो किसी की जान गई थी।
इससे पहले बड़ा रेल हादसा हावड़ा-मुंबई सीएसएमटी मेल के साथ हुआ था। 30 जुलाई को झारखंड में जमशेदपुर के पास इस ट्रेन के 18 डिब्बे पटरी से उतर गए थे। हादसे में 2 लोगों की मौत हो गई थी जबकि 20 लोग घायल हुए थे।
इस साल 18 जुलाई को उत्तर प्रदेश के गोंडा के पास डिब्रूगढ़-चंडीगढ़ एक्सप्रेस ट्रेन के करीब 12 डिब्बे पटरी से उतर गए थे। हादसे में 4 लोगों की मौत हो गई थी और 32 लोग घायल हुए थे।
इससे एक महीने पहले पश्चिम बंगाल के न्यू जलपाईगुड़ी रेलवे स्टेशन के पास दार्जिलिंग जिले में 17 जून को सियालदह जाने वाली कंचनजंगा एक्सप्रेस को पीछे से एक मालगाड़ी ने टक्कर मार दी थी। कंचनजंगा एक्सप्रेस के तीन डिब्बे पटरी से उतर गए थे। इस रेल हादसे में करीब 10 लोगों की मौत हो गई थी और 60 लोग घायल हुए थे।
इसी साल 28 फरवरी को झारखंड के जामताड़ा और विद्यासागर स्टेशन के बीच हुए इस ट्रेन हादसे में 12 लोग चपेट में आए थे जिसमें से 2 लोगों की मौत हो गई थी। पिछले साल अक्टूबर महीने में विशाखापत्तनम से ओडिशा जा रही एक यात्री ट्रेन विजयनगरम जिले में पटरी से उतर गई थी, जिससे कम से कम 13 लोगों की मौत हो गई और 40 यात्री घायल हो गए थे।
बालासोर हादसे में हुई थी 293 लोगों की मौत
ओडिशा के बालासोर में 2023 में दो जून को रेल हादसे में करीब 293 लोगों की मौत हो गई थी और 1000 से ज्यादा लोग घायल हुए थे। बालासोर के बाहानगा बाजार रेलवे स्टेशन के पास दो जून को शाम करीब सात बजे कोरोमंडल एक्सप्रेस स्टेशन पर खड़ी एक मालगाड़ी से टकरा गई थी। इसकी चपेट में बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस भी आ गई थी।
अपनी राय बतायें