तमिलनाडु के एक मंदिर में दलितों के प्रवेश को एक ऐतिहासिक कदम के रूप में क्यों देखा जा रहा है? इस सवाल का जवाब इस तथ्य से मिल सकता है कि अनुसूचित जाति के एक समुदाय के लोगों को लगभग आठ दशकों तक उस मंदिर में प्रवेश से वंचित रखा गया था। तिरुवन्नामलाई जिले में स्थित उस मंदिर में पुलिस और जिला प्रशासन द्वारा उन दलितों को पूजा के लिए ले जाया गया।