रेत समाधि उपन्यास को बुकर पुरस्कार मिलने पर गीतांजलि श्री पर अलग-अलग प्रतिक्रियाएँ क्यों आ रही हैं? क्या हिंदी साहित्य और आलोचकों ने उन्हें अब तक उपेक्षित रखा था? क्या ऐसे लोग गीतांजलि श्री को जानते भी हैं?
लेखिका गीतांजलि श्री का उपन्यास टूम ऑफ सैंड अंतरराष्ट्रीय बुकर पुरस्कार जीतने वाली हिंदी साहित्य की पहली कृति बन गई। जानिए, इस पुरस्कार से क्या होगा हिंदी साहित्य पर असर।
गीतांजलि श्री का 'रेत समाधि' अंतरराष्ट्रीय बुकर पुरस्कार जीतने वाला भारतीय भाषा का पहला उपन्यास बना है तो क्या हिंदी भाषी समुदायों में लिखने-पढ़ने के लिए प्रोत्साहन मिलेगा? क्या लोग किताबों के प्रति रुचि लेंगे?
लेखिका गीतांजलि श्री का उपन्यास टूम ऑफ सैंड अंतरराष्ट्रीय बुकर पुरस्कार के लिए शॉर्टलिस्ट की गई हिंदी भाषा की पहली कृति थी और पुरस्कार जीतने वाली भी यह पहली कृति बन गई।