कांग्रेस ने राजस्थान में टीकाराम जूली को नेता प्रतिपक्ष बनाया है। तीन बार के विधायक और गहलोत सरकार के मंत्री रहे टीकाराम जूली दलित समाज से आते हैं। वह पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के करीबी माने जाते हैं।
कांग्रेस ने शनिवार को पार्टी के संगठन में कई बदलाव की घोषणा की है। लोकसभा चुनाव से पहले उसने कई राज्यों के प्रभारी बदल दिए हैं। प्रियंका गांधी से यूपी का प्रभारी पद वापस ले लिया गया है। वहीं सचिन पायलट को छत्तीसगढ़ का प्रभारी बनाया गया है।
राजस्थान में भाजपा को बड़ी जीत मिली है। यह जीत कितनी बड़ी है कि इसे इस बात से समझा जा सकता है कि राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार के 25 मंत्री में से 17 मंत्री चुनाव हार चुके हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने एक दिन पहले कहा था कि कांग्रेस में एक परिवार ऐसा है कि राजेश पायलट को तो सजा दी, उनके बेटे को भी सजा देने में पड़े हुए हैं। जानिए, इस पर सचिन पायलट ने क्या कहा।
राजस्थान में चुनाव प्रचार के आख़िरी दिन राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पीएम मोदी पर हमला किया। जानिए, पायलट के बारे में पीएम मोदी के बयान पर क्या कहा।
मध्यप्रदेश के बाद अब सबकी नज़र राजस्थान पर टिक गई है । कौन पार्टी आगे हैं और कौन पीछे? गहलोत बचा पायेंगे अपनी सरकार या फिर बीजेपी मारेगी बाज़ी ? क्या राहुल प्रियंका का कोई असर होगा ? क्या मोदी शाह कर पायेंगे चमत्कार ? आशुतोष के साथ चर्चा में- राजीव कुमार, अनिल शर्मा, त्रिभुवन ओम सैनी और शीतल पी सिंह ।
राजस्थान की जंग तेज हो गई है। राहुल गांधी गुरुवार को मिशन जयपुर पर रहेंगे। अब वो चुनाव तक यहीं से अपनी राजनीतिक गतिविधियां चलाएंगे। क्योंकि सोनिया गांधी दिल्ली के प्रदूषण से बचने के लिए व्यक्तिगत प्रवास पर जयपुर में हैं तो राहुल भी मां के पास हैं। लेकिन यह दौरा पूरी तरह राजनीतिक है। क्योंकि भाजपा ने अपने केंद्रीय नेताओं की फौज राजस्थान में उतार दी है।
कांग्रेस ने राजस्थान विधानसभा चुनाव को लेकर अपनी रणनीति में बदलाव किया है। डोटासरा के बाद, सचिन पायलट कांग्रेस की प्रचार सामग्री में सीएम गहलोत के साथ दिखने लगे हैं। ऐसा क्यों हो रहा है, जानिएः
राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट का अपनी पत्नी सारा पायलट से तलाक हो चुका है। यह जानकारी मंगलवार को तब सामने आयी है जब सचिन पायलट की ओर से विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन करवाया गया है।
कांग्रेस ने भी शनिवार 21 अक्टूबर को अपने 33 प्रत्याशियों की पहली सूची जारी कर दी है। पार्टी की पहली ही सूची नहीं आने से तमाम अटकले थीं। पार्टी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलौत और मुखर नेता सचिन पायलट के नाम पहली सूची में रखे हैं।
राजस्थान कांग्रेस की पहली सूची में देरी क्यों है? क्या राजस्थान कांग्रेस में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है? जानिए, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस के मायने क्या हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कांग्रेस में महत्वपूर्ण फैसले लेने वाली पावरफुल सीडब्ल्यूसी का गठन किया है। इसमें वो नाम भी शामिल हैं, जिन पर कांग्रेस आलाकमान से असंतुष्ट होने का भी ठप्पा लगा हुआ है।
फ़र्ज़ी ख़बरें फैलाने वाले अमित मालवीय के ख़िलाफ़ कार्रवाई क्यों नहीं होती? क्या राजेश पायलट के बारे में फेक न्यूज़ फैलाने के लिए उनके ख़िलाफ़ केस दर्ज़ होगा? क्या वे अपनी ग़लती के लिए माफ़ी माँगेंगे? मालवीय की ढेरों फ़ेक न्यूज़ पकड़ी गई हैं मगर सरकार उनके ख़िलाफ़ कार्रवाई क्या इसलिए क्योंकि वे बीजेपी के आईटी सेल के सरगना हैं?