इसमें कोई शक नहीं है कि राफ़ेल एक क्षमतावान लड़ाकू विमान है और पाकिस्तान के पास इस विमान का कोई जवाब नहीं है लेकिन चीनी वायुसेना के बारे में यह कहना अतिश्योक्ति होगी।
मुसलिम दुनिया में अपने साथी देशों को भारत विरोधी बयान देने के लिये उकसाने के बाद पाकिस्तान को अब विश्व रंगमंच पर भारत के ख़िलाफ़ माहौल बनाने का सुनहरा मौक़ा हाथ लग गया है।
अमेरिकी राष्ट्रपति के विवेक पर सवाल उठाए जाने लगे हैं। पूछा जा रहा है कि क्या अमेरिकी राष्ट्रपति के सनकीपन की वजह से दुनिया में बर्बादी का एक और मंजर देखने को मिलेगा?
भारत-पाकिस्तान के बीच हालात ठीक नहीं हैं। सवाल यह उठता है कि यदि वाक़ई युद्ध छिड़ जाए तो इसका क्या हश्र होगा? क्या इसका नुक़सान दोनों देशों को नहीं होगा?