आज़ादी के बाद हिंदी कितनी तरक्की कर पाई? प्रतिवर्ष 14 सितंबर को सरकारी दफ्तरों, निकायों और महकमों में हिंदी दिवस का आयोजन किया जाता है। क्या सरकारी कामकाज में हिंदी का इस्तेमाल बढ़ा?
जेपी यूनिवर्सिटी के सिलेबस में जेपी और लोहिया को अब अगले सत्र फिर से फिर से शामिल किया जाएगा। दोनों समाजवादी नेताओं से जुड़े अध्याय हटाने पर विवाद के बाद विश्वविद्यालय ने यह फ़ैसला लिया है।
जय प्रकाश नारायण विश्वविद्यालय के पाठ्यक्रम से जेपी और लोहिया को हटाए जाने का विवाद सामने आया है। नीतीश ने इस पर नाराज़गी जताई है। जाति जनगणना, पेगासस स्पाइवेयर जैसे मुद्दों पर बीजेपी-जेडीयू में फिर विवाद बढ़ेगा?
गोवा मुक्ति आंदोलन के पचहत्तर साल के मौके पर जनादेश का ख़ास कार्यक्रम। ये कार्यक्रम इसलिए क्योंकि स्वराज के लिए दी गयी कुर्बानियों का विवरण जानना ज़रूरी है। इससे हमारे पुरखों के प्रति आदर भाव पैदा होता है।
अगर हम अपनी राजनीतिक और संवैधानिक संस्थाओं के मौजूदा स्वरूप और संचालन संबंधी व्यापक परिप्रेक्ष्य में देखें तो हम पाते हैं कि आज देश आपातकाल से भी कहीं ज़्यादा बुरे दौर से गुज़र रहा है।