जय प्रकाश नारायण विश्वविद्यालय के एमए राजनीति शास्त्र के पाठ्यक्रम में बदलाव से बीजेपी और जेडीयू में फिर विवाद बढ़ने के आसार हैं। नीतीश कुमार ने पाठ्यक्रम में बदलाव पर सख्त नाराज़गी जताई है। विश्वविद्यालय के चांसलर बीजेपी के पूर्व नेता और मौजूदा राज्यपाल फागू चौहान हैं। वैसे, जब से राज्य में बीजेपी और जेडीयू की गठबंधन सरकार बनी है तब से कई मुद्दों पर दोनों दलों के बीच तलवारें तनती रही हैं।
जेपी यूनिवर्सिटी के सिलेबस से जेपी को ही हटाया; जेडीयू-बीजेपी में तनातनी?
- बिहार
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- 3 Sep, 2021
जय प्रकाश नारायण विश्वविद्यालय के पाठ्यक्रम से जेपी और लोहिया को हटाए जाने का विवाद सामने आया है। नीतीश ने इस पर नाराज़गी जताई है। जाति जनगणना, पेगासस स्पाइवेयर जैसे मुद्दों पर बीजेपी-जेडीयू में फिर विवाद बढ़ेगा?

मौजूदा मामला उस 'लोक नायक' जय प्रकाश नारायण यानी जेपी नाम के विश्वविद्यालय से जुड़ा है जो एक तरह से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के राजनीतिक गुरु कहे जा सकते हैं। नीतीश कुमार के साथ ही लालू प्रसाद यादव जैसे नेता जेपी आंदोलन से ही निकले हैं। इसी जेपी विश्वविद्यालय के पाठ्यक्रम से जय प्रकाश नारायण के साथ ही राम मनोहर लोहिया जैसे विचारकों को हटा दिया गया है। नये सिलेबस में पंडित दीनदयाल उपाध्याय जैसे नाम जोड़े गए हैं। यह मामला तब सामने आया जब स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ़ इंडिया की स्थानीय इकाई ने आपत्ति जताई। एसएफ़आई नेता शैलेंद्र यादव ने कहा कि कैसी विडंबना है कि यह जेपी विश्वविद्यालय है और जयप्रकाश नारायण और लोहिया पर अध्याय को हटा दिया गया।