आमतौर पर चीन के बारे में यह मशहूर है कि उसकी सेना बहुत शक्तिशाली है। लेकिन रक्षा कॉमेंटेटर राजीव कुमार श्रीवास्तव ने चीनी सेना के खुद के मूल्यांकन का विश्लेषण करके बताया है कि बात कुछ और है। आप भी जानिए कि वो क्या बताना चाहते हैंः
पेंटागन ने अपनी ताज़ा रिपोर्ट में कहा है कि चीन वास्तविक नियंत्रण रेखा पर अपनी सैन्य मौजूदगी लंबे समय तक बनाए रखेगा और भारत को परेशान करता रहेगा। सच क्या है?
चीनी सेना ने वास्तविक नियंत्रण रेखा पर सैनिकों के रहने का ठिकाना बना कर यह संकेत दे दिया है कि वह वहां अपने सैनिकों को लंबे समय तक टिकाए रखना चाहती है। क्या यह अगली लड़ाई की तैयारी है?
पीपल्स लिबरेशन आर्मी यानी चीनी सेना ने एलएसी यानी वास्तविक नियंत्रण रेखा पार कर भारतीय सीमा के 15 किलोमीटर अंदर आकर ज़मीन पर क़ब्ज़ा कर लिया है, स्थायी निर्माण कर लिए हैं और अपने सैनिकों को तैनात कर दिया है।
ऐसे समय जब भारत-चीन के विदेश मंत्री मिले और उन्होंने वास्तविक नियंत्रण रेखा यानी एलएसी पर शांति बनाए रखने पर ज़ोर दिया, यह ख़बर भी आ रही है कि भारत-चीन सीमा पर दोनों देशों के सैनिकों में झड़प हुई है।
ऐसे समय जब भारत और चीन की सीमा पर तनाव है और लद्दाख में दोनों देशों की सेनाएं बिल्कुल आमने-सामने खड़ी हैं, चीन ने हॉवित्ज़र तोपों की नई खेप अपनी सेना में शामिल की है।