हाल ही में ऑक्सफैम की रिपोर्ट आई थी जिसमें कहा गया था कि भारत के 1% अमीरों के पास 40% संपत्ति है। इसी ऑक्सफैम इंडिया के ख़िलाफ़ सीबीआई ने कार्रवाई की है। जानें क्या है आरोप।
अमीरों पर दो फ़ीसदी टैक्स लगाने से कैसे तीन साल तक देश को कुपोषण से बचाया जा सकता है? अडानी पर डेढ़ फीसदी टैक्स लाखों लोगों को रोज़गार दिला सकता है? भारत के पाँच फ़ीसदी दौलतमंद साठ फ़ीसदी संपत्ति पर कैसे कब्ज़ा कर बैठे?
ऑक्सफैम की चौंकाने वाली रिपोर्ट आई है, जिसमें देश में अमीर-गरीब के बढ़ते अंतर पर आंकड़ों के जरिए बात कही गई है। रिपोर्ट बता रही है कि देश की व्यवस्था किन लोगों के लिए काम कर रही है। यह रिपोर्ट सचमुच पढ़ी जानी चाहिए।
दलितों और पिछड़ों के साथ जैसा भेदभाव समाज में होता है, क्या वैसा ही भेदभाव मीडिया में भी होता है? यदि मीडिया में इनका प्रतिनिधित्व नहीं होगा तो उनके मुद्दे क्या सही से उठेंगे?
कोरोना काल में अमीरों की संपत्ति जहाँ बेतहाशा बढ़ रही थी वहीं ग़रीबों की आय भी घट क्यों रही थी? कोरोना ज़िम्मेदार नहीं। जानिए, ऑक्सफैम ने किसे ज़िम्मेदार बताया।
Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। लॉकडाउन : जब लोगों की नौकरी जा रही थी तब अरबपति बने धनकुबेर । बढ़ी संपत्ति से स्वास्थ्य मंत्रालय के दशकों के बजट बन सकते हैं!
ऑक्सफ़ैम की रिपोर्ट के मुताबिक़ भारत के एक प्रतिशत अमीरों के पास देश के 70 प्रतिशत लोगों से ज्यादा पैसा है। सारी दुनिया के हिसाब से देखें तो हाल और भी बुरा है।