अरब मुल्क अमेरिका-इज़रायल के सामने क्यों लाचार हैं? वे फिलिस्तीनियों की लड़ाई क्यों नहीं लड़ पा रहे? पीड़ितों तक मदद पहुँचाने तक में वे क्यों नाकाम हो रहे हैं? क्या उनके पास इज़रायल जैसा पक्का इरादा नहीं है? क्या वे अमेरिका और पश्चिमी देशों के गुलाम हैं?
पैगंबर साहब पर नूपुर शर्मा और नवीन जिंदल की आपत्तिजनक टिप्पणी के मामले में देश की किरकिरी क्यों हो रही है? क्यों छोटे-छोटे देश भी अब आँखें दिखा रहे हैं?
Satya Hindi news Bulletin सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। बवाल के बीच बीजेपी ने प्रवक्ताओं के लिए जारी किए नए नियम । शीर्ष सैन्य पद के लिए योग्यता बदली, जूनियर भी बन सकते हैं CDS ।
Satya Hindi news Bulletin सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। पैगंबर मुहम्मद पर विवादित टिप्पणी पर UN की प्रतिक्रिया । संघ के दफ्तरों को बम से उड़ाने की धमकी, लखनऊ में FIR ।
Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। पैगंबर पर टिप्पणी: UAE, इंडोनेशिया और मालदीव भी विरोध में। Nupur Sharma और Navin Jindal के ख़िलाफ़ कार्रवाई से BJP के अंदर असंतोष।
पैगंबर मोहम्मद साहब पर बीजेपी नेताओं की टिप्पणी से खाड़ी के देश ग़ुस्से में हैं। वे विरोध जता रहे हैं, भारतीय सामानों के बहिष्कार की चेतावनी दी जा रही है? भारत में फैलाई गई इस नफ़रत का असर क्या भारतीयों पर होने की आशंका है?
पैगंबर मोहम्मद साहब पर बीजेपी नेताओं द्वारा की गई टिप्पणी पर केंद्र क्यों घिरा है? क्या बीजेपी के नेतृत्व वाली मोदी सरकार खाड़ी देशों की नाराज़गी को नज़रअंदाज़ नहीं कर सकती? आख़िर क्यों?
अरब देशों की नाराजगी महंगी पड़ी। बीजेपी ने अपने दो प्रवक्ताओं को कुर्बान किया। नूपुर शर्मा और नवीन जिंदल को अब परिवार की सुरक्षा की चिंता। लेकिन उनके इस हाल का जिम्मेदार कौन है?
Satya Hindi news Bulletin सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। ‘शर्म की बात है कि बाहरी देश हमारे PM को ‘राज धर्म’ याद दिला रहे’ । पैगंबर पर टिप्पणी: भारत ने कहा- शरारती तत्वों के विचार ।
Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। सुब्रमण्यन स्वामी : मोदी के 8 साल के दौरान भारत को सिर झुकाना पड़ा। राहुल : BJP की कट्टरता ने विश्व स्तर पर भारत की छवि को नुकसान पहुंचाया
भाजपा के दो प्रवक्ताओं की टिपण्णी पर कई देशों ने विरोध जताया और राजदूत को बुलाकर देश से माफी मांगने को कहा है .यह एक पार्टी के प्रवक्ताओं की कारगुजारी है इसे लेकर देश क्यों माफी मांगे .आज की जनादेश चर्चा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने मुसलिम देशों से फ़ोन कर उन्हें आश्वस्त करने की कोशिश की है कि भारत में इसलामोफ़ोबिया नहीं है। लेकिन इसकी नौबत ही क्यों आई? क्या है पूरा मामला? सत्य हिन्दी पर देखें प्रमोद मल्लिक का विश्लेषण।