फ्रांस के चुनाव में किसी भी दल को बहुमत नहीं मिला। लेकिन अधिकांश सीटों पर वामपंथियों की जीत हुई है। दक्षिणपंथियों का सत्ता में आने का ख्बाब चूर-चूर हो गया है। हालांकि उनकी नेशनल रैली पार्टी ने पहले दौर में बढ़त बनाई थी लेकिन दूसरे दौर में वामपंथियों की एकजुटता से वो धराशायी हो गए। इस चुनाव में मैक्रां की सेंटरिस्ट पार्टी को भी करारा झटका लगा है। मैक्रां इस्तीफा देने पर विचार कर रहे हैं। जानिए ताजा हालातः
फ्रांस में मरीन ले पेन की धुर दक्षिणपंथी पार्टी नेशनल रैली (आरएन) को पहले राउंड के चुनाव में व्यापक सफलता मिली लेकिन पूर्ण बहुमत नहीं मिला। अब दूसरे दौर का चुनाव फिर होने वाला है। लेकिन मरीन ले पेन की पार्टी को सत्ता में आने से रोकने के लिए तमाम प्रत्याशियों में लामबंदी शुरू हो गई है।खुद फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रां ने इस मोर्चे को संभाल लिया है।
बीबीसी को दिए इंटरव्यू में मैक्रों ने कहा कि गाजा में औरतों और बच्चों का मारना अब बंद किया जाना चाहिए। हालांकि, मैक्रों ने ये भी कहा है कि इजराइल को अपनी रक्षा करने का पूरा अधिकार है।
Satya Hindi news bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन । फ़्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों को शख़्स ने मारा थप्पड़। कोरोना को लेकर 5वीं की छात्रा ने CJI को लिखा- 'थैंक यू, योर ऑनर'। देखिए दिनभर की बड़ी ख़बरें
Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। फ्रांस के कट्टरपंथी इस्लाम पर शिकंजा कस रहे हैं मैक्रों । गिरिराज : बिहार को भी लव जिहाद पर काम करने की ज़रूरत
कोलकाता में बुधवार को एक बार फिर मुसलिम प्रदर्शनकारी बड़ी संख्या में सड़कों पर उतरे। भारत के अतिरिक्त विश्व के दूसरे देशों में भी मुसलमान सड़कों पर उतरे हैं।
फ़्रांस में गला काट हत्या ने दुनिया को हिला दिया है । उससे ज़्यादा ख़ौफ़नाक है घटना का समर्थन । भारत में भी कई जगह विरोध प्रदर्शन हुये । क्या सिर्फ कार्टून से इस्लाम खतरे में पड जाता है ? आशुतोष के साथ चर्चा में पुष्पेश पंत, इरफ़ान हबीब, शीबा असलम फहमी, फैज़ल अली और आलोक जोशी ।
फ्रांस उबल रहा है। मुसलिम देश बेचैन हैं। दोनों के अपने-अपने तर्क हैं- अभिव्यक्ति की आज़ादी का और धार्मिक भावनाएँ आहत होने का। इसकी शुरुआत शार्ली एब्दो के कार्टून से हुआ था। क्या फ्रांस का अभिव्यक्ति की आज़ादी का तर्क सही है?
फ्रांस में दो अलग अलग हमलों में लोगों का गला काटे जाने के बाद से दुनिया भर में बवाल खड़ा हो गया है। पैगंबर के कार्टून से शुरू हुआ बवाल अब एक बड़ा राजनीतिक मुद्दा बन गया है। मध्य पूर्व के विशेषज्ञ कबीर तनेजा से आलोक जोशी की बातचीत।
‘सत्य हिंदी’ पर शुरू हुआ है जानी-मानी पत्रकार नीलू व्यास का नया शो- Aaj ka Agenda. नीलू अपने इस शो में दिन की तीन बड़ी ख़बरों पर अपने धारदार विश्लेषण के साथ सोमवार से शनिवार शाम 6 बजे उपस्थित होंगी। Satya Hindi