फ़्रांस में गला काट हत्या ने दुनिया को हिला दिया है । उससे ज़्यादा ख़ौफ़नाक है घटना का समर्थन । भारत में भी कई जगह विरोध प्रदर्शन हुये । क्या सिर्फ कार्टून से इस्लाम खतरे में पड जाता है ? आशुतोष के साथ चर्चा में पुष्पेश पंत, इरफ़ान हबीब, शीबा असलम फहमी, फैज़ल अली और आलोक जोशी ।
पत्रकारिता में एक लंबी पारी और राजनीति में 20-20 खेलने के बाद आशुतोष पिछले दिनों पत्रकारिता में लौट आए हैं। समाचार पत्रों में लिखी उनकी टिप्पणियाँ 'मुखौटे का राजधर्म' नामक संग्रह से प्रकाशित हो चुका है। उनकी अन्य प्रकाशित पुस्तकों में अन्ना आंदोलन पर भी लिखी एक किताब भी है।