दिल्ली में प्रदूषण का स्तर पिछले कुछ दिनों से काफ़ी ज़्यादा बढ़ा हुआ है। जानिए, सरकार ने क्या-क्या क़दम उठाए हैं और इसको अब इतने सख़्त क़दम क्यों उठाने पड़े।
दिल्ली-एनसीआर के कई स्कूलों में बम रखे जाने की धमकी के बाद कक्षाएँ खाली कराई गईं, लेकिन कुछ घंटे पहले बीजेपी नेता तेजिंदर पाल सिंह बग्गा के ट्वीट पर विवाद क्यों हो गया?
दिल्ली-एनसीआर के करीब कई स्कूलों में बम रखा होने की धमकी मिलने के बाद बुधवार की सुबह हड़कंप जैसी स्थिति पैदा हो गई। सूचना मिलते ही दिल्ली पुलिस, बम निरोधक दस्ता, फायर ब्रिगेड की गाड़ियां स्कूलों में पहुंच गई हैं।
दिल्ली -एनसीआर में रिकॉर्ड बारिश के बाद स्थिति बेहद ख़राब है। सड़कों पर पानी भरने से जाम लगा है। स्थिति ख़राब की वजह से प्रशासन ने स्कूलों को लेकर अहम फ़ैसला किया है।
दिल्ली के सरकारी स्कूलों की हालत सुधरी या ख़राब हुई? इस मुद्दे पर आम आदमी पार्टी और बीजेपी उलझ रही हैं, आरोप-प्रत्यारोप लगा रही हैं। लेकिन दिल्ली के लोग क्या मानते हैं?
खराब नतीजों के कारण असम के कुछ स्कूलों को बंद करना पड़ा। इस पर जब केजरीवाल ने टिप्पणी की तो उनके और असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा के बीच ट्विटर पर जंग शुरू हो गई। दोनों अपने राज्य की एजुकेशन पर टिप्पणी करने लगे।
दिल्ली में जहरीली हवा के कारण बंद किए गए स्कूल और कॉलेज फिर से खोलने की घोषणा कर दी गई है तो क्या प्रदूषण ख़त्म हो गया? जानिए सुप्रीम कोर्ट ने क्या कहा और दिल्ली सरकार ने क्या कहा।
दिल्ली में प्रदूषण के स्तर बढ़ने और सीजेआई एनवी रमना की टिप्पणी के बाद केजरीवाल सरकार ने कई क़दम उठाए हैं। जानिए, स्कूल, सरकारी कार्यालयों व निर्माण कार्यों को लेकर क्या हुआ फ़ैसला।
दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेन्स कर बताया कि 1 सितंबर से 9 वीं से 12वीं कक्षा तक के स्कूल खुल जाएंगे जबकि 8 सितंबर से कक्षा 6 से 8 तक के स्कूल खोले जाएंगे।