क्या कांग्रेस और प्रशांत किशोर के बीच वार्ता नाकाम होने की वजह दोनों पक्षों का एक दूसरे के प्रति विश्वास नहीं होना था? क्या पीके कांग्रेस का इस्तेमाल करने के लिए शामिल हो रहे थे?
प्रशांत किशोर की कांग्रेस में बड़े सुधार और उसमें शामिल होने की योजना पर कांग्रेस नेतृत्व ने क्या उस तरह की दिलचस्पी नहीं दिखाई जैसी दिखाई जानी चाहिए थी? क्या वार्ता विफल होने की एक वजह यह भी है?
पिछले कुछ हफ़्तों से कांग्रेस आलाकमान और प्रशांत किशोर के बीच लगातार बातचीत होती रही। सोनिया गांधी और प्रशांत किशोर भी बेहद संजीदा थे तो आख़िर किस वजह से वार्ता फेल हुई?
कांग्रेस और प्रशांत किशोर की वार्ता विफल होने पर दोनों तरफ़ के बयान का क्या संदेश है? उनकी वार्ता क्यों विफल हुई और क्या आगे फिर से किसी मेल-मिलाप की संभावनाएँ हैं?
कांग्रेस में शामिल होने और 'कांग्रेस प्लान' बना रहे प्रशांत किशोर तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर के घर क्यों पहुँच गए? वह कांग्रेस के लिए काम करेंगे या फिर टीआरएस के लिए?
प्रशांत किशोर के कांग्रेस में शामिल होने के कयासों और पार्टा के कायाकल्प किए जाने के बीच ही सवाल उठ रहा है कि पीके के प्लान में कांग्रेस अध्यक्ष पद को लेकर क्या कहा गया है? क्या नेहरू-गांधी परिवार से पार्टी का अध्यक्ष होगा?
अर्थव्यवस्था की हालत तो लंबे समय से ख़राब होती जा रही है, लेकिन सुस्त पड़ी कांग्रेस अब इस मुद्दे पर अचानक से तेज़ी कैसे दिखने लगी है? आर्थिक मंदी पर कांग्रेस एक से 8 नवंबर तक 35 प्रेस कॉन्फ़्रेंस करेगी।
सोनिया गाँधी ने राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रचारकों की तरह प्रेरक तैयार करने के लिए कहा है। तो क्या सोनिया संघ के 'हथियार' को ही अपनाकर मोदी को मात देना चाहती हैं? क्या संघ के तौर-तरीक़े अपनाकर कांग्रेस आगे बढ़ पाएगी? देखिए आशुतोष की बात में पूरा विश्लेषण।