अर्थव्यवस्था की हालत तो लंबे समय से ख़राब होती जा रही है, लेकिन सुस्त पड़ी कांग्रेस अब इस मुद्दे पर अचानक से तेज़ क्यों दिखने लगी है? कांग्रेस ने आर्थिक मंदी पर 1 से 8 नवंबर तक 35 प्रेस कॉन्फ़्रेंस करने का फ़ैसला लिया है। और इसी मुद्दे पर ही 5 से 15 नवंबर तक वह देश भर में प्रदर्शन भी करेगी। यह वही कांग्रेस है जो लोकसभा चुनाव में ज़बर्दस्त हार के बाद मानो कोमा में चली गई थी! राहुल गाँधी ‘कोपभवन’ में चले गए थे। अध्यक्ष पद छोड़ दिया था। पार्टी कार्यकर्ताओं में सन्नाटा पसरा था। पहले से ही पार्टी छोड़कर जा रहे नेताओं में भगदड़-सी मच गई थी। लेकिन अब महाराष्ट्र और हरियाणा विधानसभा चुनाव नतीजे आने के बाद कांग्रेस अचानक ऊर्जावान दिखने लगी है। इन चुनाओं में कांग्रेस का अपेक्षाकृत बेहतर प्रदर्शन रहा। वह भी तब जब दोनों राज्यों में पार्टी आख़िरी क्षण तक अंदरूनी क़लह से जूझ रही थी और चुनाव-प्रचार भी उस तरह से नहीं कर पाई थी।
नींद से जागी कांग्रेस, आर्थिक मंदी पर आंदोलन की तैयारी
- राजनीति
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- 30 Oct, 2019
अर्थव्यवस्था की हालत तो लंबे समय से ख़राब होती जा रही है, लेकिन सुस्त पड़ी कांग्रेस अब इस मुद्दे पर अचानक से तेज़ी कैसे दिखने लगी है? आर्थिक मंदी पर कांग्रेस एक से 8 नवंबर तक 35 प्रेस कॉन्फ़्रेंस करेगी।
