तमाम सांसदों, विधायकों पर सवाल पूछने, किसी मुद्दे पर वोटिंग के बदले रिश्वत लेने के आरोप लगते रहे हैं। ऐसे में सुप्रीम कोर्ट का सोमवार का फैसला नेताओं के लिए किसी झटके से कम नहीं है। अदालत ने साफ शब्दों में कहा है कि वोट के बदले रिश्वत मामले में सजा से उन्हें कोई छूट नहीं मिल सकती। सुप्रीम कोर्ट ने चुनावी चंदे के बाद यह दूसरा बड़ा झटका राजनीतिक दलों को दिया है। क्या नेता इसे पसंद करेंगे, क्या वे फिर से अपने पक्ष में ऐसा कोई कानून बना लेंगे। आसान शब्दों में समझिए सुप्रीम कोर्ट की बातः