बिहार में कथित घूस मांगने का एक मामला सिहरन पैदा कर देने वाला है। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि एक दंपति गमछा फैलाए गलियों में रुपये से मदद की गुहार लगा रहे हैं। वह ये रुपये इसलिए इकट्ठ कर रहे हैं ताकि वह कथित तौर पर घूस दे सकें। वह भी अस्पताल में पड़े अपने बेटे के शव को पाने के लिए। कथित तौर पर घूस के बिना उनके बेटे के शव का पोस्टमार्टम नहीं हो पाया। जब वह रुपये इकट्ठे कर रहे थे तब उनके बेटे का शव अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए पड़ा था और वह रुपये देकर शव को वापस पाना चाहते थे।
कहा जा रहा है कि यह मामला बिहार के समस्तीपुर का है। सोशल मीडिया पर साझा किए गए विडियो में दिखता है कि दंपति गलियों में गमछा फैलाए चलते हैं और लोग उन्हें कुछ रुपये सहायता के रूप में देते हैं। एक महिला भी खिड़कियों से रुपये उनके गमछे में डालती दिखती है। शक्ति वर्मा नाम के यूज़र ने वीडियो को साझा किया है।
पोस्टमार्टम कराने के लिए माता-पिता ने किया चंदा इकट्ठा , पोस्टमार्टम कर्मी ने कहा - "50 हज़ार लाओ और बेटे का शव ले जाओ" @NitishKumar थोड़ा राजनीति से बाहर निकल कर सोचिए सर क्या दिशा और दशा दे रहे हैं आप बिहार को इतने लंबे शासनकाल के बाद। #Samastipur @yadavtejashwi @RJD_BiharState pic.twitter.com/GjtiMErjh9
— shakti Varma (@shaktiVarma8) June 8, 2022
अपने बायो में पत्रकार बताने वाले इस यूजर ने ट्वीट में लिखा है कि "एक पोस्टमार्टम कराने के लिए माता-पिता ने चंदा इकट्ठा किया, पोस्टमार्टम कर्मी ने कहा - '50 हज़ार लाओ और बेटे का शव ले जाओ'। उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को टैग करते हुए लिखा है कि नीतीश कुमार थोड़ा राजनीति से बाहर निकल कर सोचिए सर क्या दिशा और दशा दे रहे हैं आप बिहार को इतने लंबे शासनकाल के बाद।
एक अन्य यूज़र ने लिखा है, 'समस्तीपुर- जवान बेटे के पोस्टमार्टम के लिए माता-पिता पैसे जुटा रहे हैं। पोस्टमार्टमकर्मी ने कहा- 50 हजार लाओ बेटे का शव ले जाओ। यहां जीना मुश्किल है और मरना भी।'
Samastipur- Parents are Gathering money for the post - mortem of the young son, the post-mortem worker said bring 50 thousand and take the son's body.
— Shubham (@SS_ShubhamMehr) June 8, 2022
It is difficult to live here and difficult to die.
Really Heart-touching!@officecmbihar#BiharNewspic.twitter.com/pMbgP9jkO7
एक रिपोर्ट में कहा गया है कि पिता ने कहा कि उनका बेटा कुछ दिन पहले लापता हो गया था। एएनआई से बातचीत में मृतक के पिता महेश ठाकुर ने कहा, 'कुछ समय पहले मेरा बेटा लापता हो गया था। अब, हमें फोन आया है कि मेरे बेटे का शव समस्तीपुर के सदर अस्पताल में है। अस्पताल के एक कर्मचारी ने मेरे बेटे के शव को छोड़ने के लिए 50,000 रुपये मांगे हैं। हम गरीब लोग हैं, हम यह राशि कैसे दे सकते हैं?'
इस मामले के सामने आने के पाद अस्पताल प्रशासन ने कहा है कि मामले में सख्त कार्रवाई की जाएगी। एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार समस्तीपुर के सिविल सर्जन डॉ. एसके चौधरी ने कहा, 'ज़िम्मेदार पाए जाने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। यह मानवता के लिए शर्म की बात है।'
रिपोर्ट में कहा जा रहा है कि ऐसे मामले अक्सर आते रहे हैं जहाँ मरीजों या उनके रिश्तेदारों से पैसे मांगने की शिकायतें मिलती रही हैं। रिपोर्ट के अनुसार अस्पताल में अधिकांश स्वास्थ्य कर्मचारी अनुबंध पर हैं और अक्सर उन्हें समय पर वेतन नहीं मिलता है।
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