चुनाव के दौरान एक बार फिर नेताओं के भाषणों में औरंगजेब की इंट्री हो चुकी है। शिवसेना यूबीटी के नेता संजय राउत ने पहले औरंगजेब को लेकर बयान दिया और इसके जवाब में पीएम मोदी ने भी औरंगजेब का जिक्र कर इसे चुनावी मुद्दा बनाने की कोशिश की है।
औरंगाबाद में औरंगजेब के मकबरे को अब तूल दिया जा रहा है। राज ठाकरे के संगठन मनसे ने कहा कि इसे नष्ट किया जाना चाहिए। इस मकबरे का संरक्षण कर रही केंद्रीय पुरातत्व एजेंसी एएसआई ने गुरुवार को कहा कि उसने पांच दिनों के लिए मकबरा बंद कर दिया।
कुछ राज्यों में होने जा रहे विधानसभा चुनाव से पहले आरएसएस और बीजेपी को अचानक दारा शिकोह की याद आई है। ‘काश दारा शिकोह सम्राट बनते’ का रोना क्यों रोया जा रहा है?