मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान राज्य में पोषण-आहार वितरण से जुड़े एक कथित बड़े घोटाले में चौतरफा घिर गये हैं। प्रतिपक्ष ने सिंह पर जोरदार हमला बोला है। घोटाला उजागर होने के बाद पार्टी में उनके विरोधी भी सक्रिय हो गये हैं।
एमपी: करोड़ों का पोषण आहार कागजों पर बांटा, शिवराज सिंह घिरे
- मध्य प्रदेश
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- 5 Sep, 2022

पोषण-आहार वितरण से जुड़ा कथित घोटाले का पूरा मामला क्या है। इस मामले में विपक्ष ने शिवराज सरकार पर हमला बोला है।
मध्य प्रदेश के महिला एवं बाल विकास विभाग ने वर्ष 2018 से 2021 के दौरान 1.35 करोड़ लाभार्थियों को 2,393 करोड़ रुपए का पोषण आहार बांटा है। एमपी के ऑडिटर जनरल (एजी) ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि बच्चों और महिलाओं में पोषण की कमी दूर करने के उद्देश्य से पोषण आहार योजना के तहत बांटा जाने वाला टेक होम राशन बड़ी मात्रा में कागजों में बांट दिया गया है।
मध्य प्रदेश ऑडिटर जनरल (एमपी-एजी) की ऑडिट रिपोर्ट (सत्य हिन्दी के पास गोपनीय रिपोर्ट की प्रति है) में यह भी सामने आया है कि इसके परिवहन, उत्पादन, वितरण और गुणवत्ता में जमकर गड़बड़ियां की गई हैं। जिम्मेदार अधिकारियों ने बाइक, कार, ऑटो और टैंकर के नंबरों को ट्रक बताकर 6 राशन बनाने वाली फर्मों से 6.94 करोड़ का 1125.64 मीट्रिक टन राशन का परिवहन किया। डाटाबेस मिलाने के कागजों पर लिखे गए नंबर बाइक, कार, ऑटो और टैंकर के निकले हैं।