मणिपुर में शांति आख़िर क्यों नहीं बहाल होती दिख रही है? राज्य में सोमवार को ताजा हिंसा में कम से कम एक और व्यक्ति की मौत हो गई। और मेइती और कुकी-ज़ोमी दोनों समुदायों का प्रतिनिधित्व करने वाले समूहों ने कहा है कि वे गृह मंत्रालय द्वारा गठित शांति समिति में भाग नहीं लेंगे। तो सवाल है कि आख़िर एक तरफ़ ताज़ा हिंसा होने और दूसरी तरफ़ शांति समिति से मेइती व कुकी समूहों के पीछे हटने का क्या मतलब है?