मणिपुर में दो छात्रों की जघन्य हत्या के मामले में आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने रविवार को घोषणा की कि अपहृत दो छात्रों की मौत के पीछे के मुख्य दोषियों को चुराचांदपुर जिले से गिरफ्तार कर लिया गया। एक रिपोर्ट के अनुसार दो पुरुष और दो महिला सहित चार लोगों की गिरफ़्तारी हुई है और दो अन्य नाबालिगों को हिरासत में लिया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि हत्या के दोषियों को मृत्युदंड सहित अधिकतम सजा मिलेगी। बीरेन सिंह ने कहा, 'मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि फिजाम हेमनजीत और हिजाम लिनथोइंगंबी के अपहरण और हत्या के लिए जिम्मेदार कुछ मुख्य अपराधियों को आज चुराचांदपुर से गिरफ्तार कर लिया गया है। जैसा कि कहा जाता है, कोई अपराध करने के बाद भाग सकता है, लेकिन कानून के लंबे हाथों से नहीं बच सकता। हम उनके द्वारा किए गए जघन्य अपराध के लिए मृत्युदंड सहित अधिकतम सजा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।'
I’m pleased to share that some of the main culprits responsible for the abduction and murder of Phijam Hemanjit and Hijam Linthoingambi have been arrested from Churachandpur today.
— N.Biren Singh (@NBirenSingh) October 1, 2023
As the saying goes, one may abscond after committing the crime, but they cannot escape the long…
दो छात्रों -20 वर्षीय फिजाम हेमजीत और 17 वर्षीय हिजाम लिनथोइनगांबी की मौत का खुलासा तब हुआ था जब कथित तौर पर उनकी हत्या से पहले और बाद की तस्वीरें सोशल मीडिया पर सामने आईं।
दोनों छात्र 6 जुलाई से लापता थे और राज्य सरकार द्वारा इंटरनेट सेवाएँ पूरी तरह से बहाल करने की घोषणा के कुछ दिनों बाद उनकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर सामने आईं। राज्य में इंटरनेट सेवाएं पहली बार मई में निलंबित की गई थीं, जब पहली बार मैतेई और कुकी समुदायों के बीच हिंसा भड़की थी।
मणिपुर में कुकी महिलाओं की नग्न परेड कराने का वीडियो सामने आने के बाद यह दूसरा वीभत्स मामला है जो सामने आया है। कुकी महिलाओं की नग्न परेड का वीडियो भी एक महीने बाद ही सामने आ सका था। उन महिलाओं के साथ गैंगरेप हुआ और उनके परिवार के लोगों को उन्हीं के सामने भीड़ ने मार डाला।
बता दें कि छात्रों की मौत के मामले से लोगों की नाराजगी सोशल मीडिया पर दिखाई दे रही है। कई लोगों ने सवाल उठाया है कि पुलिस को मामले को सुलझाने में इतना समय क्यों लगा। जुलाई में दोनों छात्र दुकानों पर लगे सीसीटीवी कैमरों में दिखे थे, लेकिन उसके बाद उनका पता नहीं चल सका।
शव के पीछे खड़े दो हथियारबंद लोगों की पहचान नहीं हो पा रही थी।
मणिपुर सरकार ने 26 सितंबर को कहा था- "यह राज्य सरकार के संज्ञान में आया है कि दो छात्रों की तस्वीरें... जो जुलाई 2023 से लापता हैं, सोशल मीडिया पर सामने आई हैं। राज्य के लोगों की इच्छा के अनुसार यह मामला पहले ही सीबीआई को सौंप दिया गया है।"
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