केंद्र द्वारा मणिपुर में शांति समिति गठित करने के एक दिन बाद ही इस पर संकट के बादल छा गए। अधिकांश कुकी प्रतिनिधियों ने कहा है कि वे पैनल का बहिष्कार करेंगे। ऐसा करने के पीछे कई कारण बताए गए हैं। एक कारण बताया गया है कि उन्हें पैनल में शामिल करने के लिए उनकी सहमति नहीं ली गई थी। उन्होंने इस बात पर आपत्ति जताई है कि शांति समिति में मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह और उनके समर्थक शामिल हैं। उन्होंने कहा है कि इसमें केंद्र की ओर से प्रतिनिधि शामिल नहीं है। उन्होंने मांग की कि पहले केंद्र बातचीत के लिए अनुकूल स्थिति बनाए।
मणिपुर में केंद्र की शांति समिति का बहिष्कार क्यों कर रहे हैं कुकी?
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- 12 Jun, 2023
क्या मणिपुर में शांति के प्रयास लाने में क्या केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से चूक हो रही है? आखिर शांति समिति को लेकर संदेह के बादल क्यों छा गए? जानिए आख़िर कुकी की आपत्ति किस बात को लेकर है।

मणिपुर में हिंसा के बाद शांति लाने के प्रयास के तहत शांति समिति गठित करने की घोषणा की गई थी। शांति समिति के साथ ही एक न्यायिक जांच पैनल की भी केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मणिपुर की अपनी चार दिवसीय यात्रा के अंत में घोषणा की थी।