केंद्र द्वारा मणिपुर में शांति समिति गठित करने के एक दिन बाद ही इस पर संकट के बादल छा गए। अधिकांश कुकी प्रतिनिधियों ने कहा है कि वे पैनल का बहिष्कार करेंगे। ऐसा करने के पीछे कई कारण बताए गए हैं। एक कारण बताया गया है कि उन्हें पैनल में शामिल करने के लिए उनकी सहमति नहीं ली गई थी। उन्होंने इस बात पर आपत्ति जताई है कि शांति समिति में मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह और उनके समर्थक शामिल हैं। उन्होंने कहा है कि इसमें केंद्र की ओर से प्रतिनिधि शामिल नहीं है। उन्होंने मांग की कि पहले केंद्र बातचीत के लिए अनुकूल स्थिति बनाए।