ऐसा पहली बार नहीं हुआ है कि टीम इंडिया के महानतम टेस्ट खिलाड़ियों में से एक रविचंद्रण अश्विन को किसी विदेशी टेस्ट मैच के लिए प्लेइंग इलेवन में शामिल नहीं किया गया हो। लेकिन, यह ज़रूर पहली बार हुआ है जब उन्हें 1 या 2 नहीं बल्कि लगातार 4 मैचों के लिए नज़रअंदाज़ किया गया हो, ख़ासकर तब टीम सीरीज़ में संघर्ष करती हुई दिख रही है।