इसमें दो मत नहीं कि अश्विन को भारतीय क्रिकेट में वो इज्जत नहीं मिली, जिसके वो हक़दार थे। तो क्या खिलाड़ी के तौर पर उनमें कुछ कमी थी? जानिए, आख़िर उनकी प्रतिभा किस स्तर की थी।
इंग्लैंड दौर पर आर अश्विन जैसे प्रतीभाशाली खिलाड़ी को बार-बार टीम से बाहर क्यों रखा जा रहा है? अभी तक इस दौरे पर रोहित शर्मा, कोहली, पुजारा और रहाणे जैसे सीनियर बल्लेबाज मिलकर भी 1 शतक नहीं जमा पाये हैं, फिर भी वे टीम में बने हैं।
इशांत शर्मा के लिए अहमदाबाद में होने वाला तीसरा टेस्ट मैच निजी तौर पर काफ़ी यादगार पल है। अश्विन ने भी शानदार पारियाँ खेली हैं। लेकिन क्या इन दोनों खिलाड़ियों को वो सम्मान मिला जिसके वो हकदार हैं?