आजकल सियासत पर बात करो तो मिर्ची और खुजली अपना असर दिखाने लगती है। इसलिए मेरी कोशिश होती है कि अब सियासत पर कम से कम बात करूँ लेकिन विवशता ये है कि इस देश में हर चीज पर सियासत का मुलम्मा चढ़ा हुआ है। मैं आज न राहुल गांधी की बात कर रहा हूँ और न प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की। न इंडिया की और न घमंडिया की। एनडीए की तो बिलकुल नहीं। इन सब पर बात करने का कोई नतीजा निकल नहीं रहा। इसलिए मैं नून, तेल, लकड़ी की बात करना चाहता हूँ।

प्रधानमंत्री मोदी सरकार आख़िर महंगाई से लेकर मणिपुर हिंसा के मामले में कुछ बोलती क्यों नहीं है? वह जो बोलती है वह क्या काफी है?
हमारा चंद्रयान लगातार कामयाब होता दिखाई दे रहा है और साथ ही महंगाई भी। दोनों अपनी-अपनी परिक्रमा कामयाबी के साथ पूरी कर रहे हैं। दोनों का श्रेय हमारी स्थिर और सबको साथ लेकर, सबका विकास करने वाली संप्रभु सरकार को जाता है। वरना कांग्रेस और दूसरे दलों में इतनी कूबत कहाँ जो चंद्रयान और मंहगाई को आसमान छूने की ताक़त दे पाते। चंद्रयान और मंहगाई में परस्पर कोई रिश्ता हो या न हो लेकिन दोनों हैं हमारी ही सरकार की उपलब्धियां। सरकार की उपलब्धियों की हर राष्ट्रवादी को तारीफ़ करना चाहिए। मैं कर रहा हूँ, आप भी कीजिये तो देश मज़बूत होगा।