यूपी की यह घटना छोटी है, जो किसी राष्ट्रीय अखबार या चैनल की सुर्खियां नहीं बनेगी, लेकिन इस घटना को बताया जाना इसलिए जरूरी है कि इससे यूपी की कानून व्यवस्था का पता चलता है। इससे महिलाओं की सुरक्षा को लेकर जो दावे यूपी सरकार और उसके राष्ट्रीय नेता करते हैं, उससे पता चलता है। यह छोटी सी घटना सुल्तानपुर में एक कांग्रेस नेता को गोली मारने से संबंधित है।
पीएम मोदी को काला झंडा दिखाने वाली रीता यादव की स्टोरी जानना क्यों जरूरी है?
- राजनीति
- |
- |
- 3 Jan, 2022
यूपी के सुल्तानपुर में आज कांग्रेसी नेता रीता यादव को गोली मार दी गई। यह घटना शेष देश के लिए मामूली है। लेकिन इस घटना से यूपी की कानून व्यवस्था का पता चलता है। इसलिए रीता यादव की पूरी कहानी पढ़िए।

हुआ यह है कि कांग्रेसी नेता रीता यादव आज शाम को जब लखनऊ-वाराणसी बाईपास से होकर पार्टी के लिए बैनर पोस्टर बनवाने जा रही थीं तो लंभुआ के पास उनकी बोलेरो गाड़ी को ओवरटेक करके रोका गया। तीन-चार बदमाशों ने उनके ड्राइवर पर पिस्टल तान दी। रीता यादव ने आपत्ति की, तब भी वे नहीं माने। इस पर रीता यादव ने एक बदमाश को चांटा जड़ दिया। बौखलाये बदमाशों ने रीता यादव के पैर पर गोली मार दी।