6 दिसम्बर को चिता पर बैठकर आत्मदाह का एलान करने वाले तपस्वी आश्रम के महंत परमहंस दास को पुलिस ने मंगलवार को गिरफ़्तार कर सीजेएम कोर्ट में पेश किया जहाँ से मैजिस्ट्रेट ने उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। परमहंस दास ने कहा कि उन्होंने सोमवार को ही कहा था कि प्रशासन 6 दिसम्बर से पहले उन्हें गिरफ़्तार कर जेल भेज सकता है। महंत ने कहा, ‘अब मैं अपनी अगली योजना बाद में घोषित करूँगा।'

माँ सीता समाहित स्थल की मिट्टी लेकर अयोध्या पहुँचे महंत परमहंस दास ने तपस्वी छावनी मंदिर पर सोमवार को बाबर विचारधारा विध्वंस महायज्ञ कर आत्मदाह का ऐलान किया था। 6 दिसंबर को दोपहर 12 बजे अपनी चिता बनाकर आत्मदाह करने के निर्णय पर वे अटल थे। महंत परमहंस दास ने राम मंदिर निर्माण की मांग को लेकर पूर्व में आमरण अनशन भी किया था। लेकिन अभी तक कोई निर्णय नहीं होने से नाराज़ महंत ने आत्मदाह करने की चेतावनी दी थी।

महंत परमहंस दास ने कहा कि राम के कार्य में माँ जानकी का आशीर्वाद तो निश्चित रूप से लेना ही चाहिए इसलिए वे माता जानकी के समाहित स्थल से मिट्टी लेकर आये थे। उन्होंने कहा कि यह हमारा संकल्प है कि लोगों के अंदर इतनी रामभक्ति प्रकट हो कि राम मंदिर का निर्माण हो जाए।