लॉकडाउन के दौरान केन्द्र सरकार ने ‘जनता की माँग’ ( केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर के ट्वीट के अनुसार) पर रामानन्द सागर के ‘रामायण’ सीरियल का पुन: प्रसारण शुरू किया है। इस तरह कोरोना की वैश्विक महामारी से त्रस्त ‘घर’ में बैठी ‘जनता’ की बोरियत या ‘खाली’ समय को ‘संस्कृति ज्ञान’ से लबालब भरने की ये अभूतपूर्व कोशिश है।
‘रामायण’ का टीवी प्रसारण क्या एक राजनीतिक अभियान है?
- पाठकों के विचार
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- 23 May, 2020

क्या इस विशाल-बहु सांस्कृतिक और पुरातन देश को एक ख़ास तरह का देश बनाने की कोशिश की जा रही है।
‘रामायण’ जैसे ऐतिहासिक महत्व के टीवी-प्रोग्राम के पुन: प्रसारण में भला आपत्तिजनक क्या है? पर, इसके लिए यही टाइम सबसे उपयोगी क्यों लगा, यह सवाल जरूर कौंधना चाहिए था। फिर, किस जनता ने इसके लिए माँग की थी, यह भी पता होना चाहिए।