बेटियों का अपमान नहीं भूलेगा राजस्थान। महिला सुरक्षा के इसी मुद्दे पर वोट लेकर चार महीने पहले राजस्थान में कांग्रेस सत्ता में आई थी। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत चार महीने बाद ख़ुद उसी कटघरे में खड़े हैं जहाँ उन्होंने पिछली वसुंधरा राजे सरकार को चुनाव में खड़ा करने की कोशिश की थी।
अलवर में महिला के साथ हैवानियत और उसके बाद की पूरी कहानी ही गहलोत सरकार की महिला सुरक्षा के प्रति सोच पर सवालिया निशान खड़े कर रही है। मसला सिर्फ़ दरिंदगी या पुलिस की लापरवाही का नहीं है। इससे ज़्यादा आगे दरिंदों के कुकर्म पर पर्दा डालने का है। अलवर की यह घटना दिल्ली में हुए निर्भया कांड जैसी ही है। पहले रोंगटे खड़े करने वाली इस हैवानियत की कहानी को जानिए।
अलवर में दरिंदगी: गहलोत जी, महिला सुरक्षा के वादे का क्या हुआ
- राजस्थान
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- 11 May, 2019

महिला सुरक्षा के मुद्दे पर वोट लेकर चार महीने पहले राजस्थान में कांग्रेस सत्ता में आई थी। लेकिन अलवर की घटना ने सरकार की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगा दिए हैं।