रफ़ाल से जुड़ा एक ऑडियो क्लिप आने और लोकसभा में इस पर हंगामे के बाद राहुल गाँधी ने बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ़्रेंस की। उन्होंने इसमें प्रधानमंत्री मोदी पर जमकर हमला बोला। उन्होंने न केवल बहस की चुनौती दी, बल्कि यह भी कहा कि मोदी में बहस करने की हिम्मत ही नहीं है। राहुल गाँधी ने पीएम पर तंज भी कसा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री कहते हैं कि रफ़ाल पर कोई आदमी उनसे सवाल नहीं कर रहा है। राहुल ने कहा, 'प्रधानमंत्री! जी ऐसा नहीं है, आपको बहुत सारे सवालों के जवाब देने हैं।' राहुल ने इसके बाद सवालों की बौछार की।
राहुल गाँधी ने पूछा कि क्या वायु सेना ने नए कॉन्ट्रैक्ट पर आपत्ति की थी? एक हवाई जहाज का दाम 526 करोड़ रुपये से बढ़कर 1600 करोड़ रुपये कैसे हो गया?, उन्होंनें पूछा। राहुल ने सवाल किया कि विमान बनाने की ज़िम्मेदारी वायुसेना लेगी या प्रधानमंत्री लेंगे?
इसके पहले संसद में राहुल गाँधी ने मोदी पर ज़ोरदार हमला बोला। उन्होंने कहा, 'आप अपने कमरे मे छिपे बैठे हैं और रफ़ाल पर सवालों का सामना करने की हिम्मत आपमें नहीं है।' राहुल ने वित्त मंत्री अरुण जेटली पर झूठ बोलने का आरोप लगाते हुए कहा कि प्रधानमंत्री रफ़ाल पर सवालों का जवाब दें।
'पर्रिकर के बेडरूम में कौन-सी फ़ाइल है?'
राहुल ने ऑडियो के हवाले से कहा कि पर्रिकर के पास रफ़ाल से जुड़ी एक फ़ाइल है। राहुल ने पूछा कि पर्रिकर के बाथरूम में रफ़ाल की कौन-सी फाइल है? उन्होंने संदेह जताया कि ऐसे ही कुछ और टेप भी हो सकते हैं।
ऑडियो क्लिप में गोवा के स्वास्थ्य मंत्री विश्वजीत राणे एक व्यक्ति से बात करते हुए सुने जा सकते हैं। इस ऑडियो में कथित रूप से राणे ने दावा किया है कि गोवा कैबिनेट की बैठक में पर्रिकर ने यह कहा कि रफ़ाल डील से जुड़ी सारी जानकारियाँ उनके बेडरूम में मौजूद हैं और सारी फ़ाइलें उन्होंने संभाल रखी हैं। राणे यह भी कहते सुने जा सकते हैं कि पर्रिकर को बीजेपी आलाकमान की कोई परवाह नहीं है।
क्लिप के हवाले से राहुल ने कहा कि इन फ़ाइलों से पर्रिकर बीजेपी आलाकमान पर क्यों दबाव बना रहे हैं।
526 करोड़ का विमान 1600 करोड़ में क्यों?
विमान की क़ीमत 1600 करोड़ रुपये होने पर राहुल ने कहा कि उन्हें जेटली ने ही 1600 करोड़ रुपये का आँकड़ा दिया था। उन्होंने कहा कि 5,800 करोड़ की डील थी, 36 विमान ख़रीदे गए, एक विमान 1600 करोड़ रुपये का हुआ। उन्होंने कहा कि 5,800 करोड़ और 36 विमानों की ख़रीद की बात मोदी सरकार ने ही बताई है। कांग्रेस अध्यक्ष ने पूछा कि 526 करोड़ का विमान 1600 करोड़ रुपये तक कैसे पहुँच गया और किसके दबाव में क़ीमत बढ़ाई गई? उन्होंने दावा किया कि वायु सेना ने रफ़ाल का दाम बदलने का विरोध किया था।
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