भगवंत मान ने बुधवार को पंजाब के मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली है। उन्हें राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित ने शपथ दिलाई। इस मौके पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, दिल्ली कैबिनेट के कई मंत्री, कई विधायक और कई राज्यों से आए पार्टी कार्यकर्ता शामिल रहे।
शपथ ग्रहण का कार्यक्रम शहीद-ए-आजम भगत सिंह के पैतृक गांव खटकड़ कलां में हुआ। इस मौक़े पर आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं में जबरदस्त जोश दिखाई दिया।
चारों ओर पीला रंग
शपथ ग्रहण समारोह का कार्यक्रम 40 एकड़ में बने मैदान में हुआ। शपथ ग्रहण समारोह के कार्यक्रम के लिए टीवी, अखबारों में विज्ञापन दिए गए थे और खटकड़ कलां में सिर्फ पीला रंग ही दिखाई दिया। समारोह के पंडाल में सभी कुर्सियों पर पीला कवर चढ़ाया गया था और लोग पीली पगड़ियों में दिखाई दिए।
शपथ लेने के बाद मान ने कहा कि जिस मुल्क के लिए शहीद भगत सिंह फांसी पर चढ़ गए उसे छोड़ कर लोग दूसरे देश जा रहे हैं। अब हमें अपने पंजाब को छोड़ कर विदेश नहीं जाना है। हमें यहीं रहकर अपने मुल्क को ठीक करना है। मान ने कहा कि उनकी सरकार बेरोजगारी, स्कूल, अस्पताल, खेती, व्यापार आदि को लेकर काम करेगी।
उन्होंने भगत सिंह का शेर भी पढ़ा। उन्होंने कहा- "इश्क़ करना सबका पैदाइशी हक़ है...क्यों ना इस बार वतन की सरज़मीं को महबूब बना लिया जाए!
मिली शानदार जीत
पंजाब के विधानसभा चुनाव में 117 सीटों में से 92 सीटें जीतकर आम आदमी पार्टी ने बाकी दलों के लिए अस्तित्व का संकट खड़ा कर दिया है। जबकि कांग्रेस को 18, बीजेपी को 2, शिरोमणि अकाली दल को 3, बीएसपी को 1 और 1 सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार को जीत हासिल हुई है। भगवंत मान पंजाब में आम आदमी पार्टी के प्रधान हैं। जानते हैं कि भगवंत मान का शुरुआती व राजनीतिक जीवन कैसा रहा है।
कॉमेडियन थे मान
भगवंत मान पंजाब में लगातार दो बार सांसद का चुनाव जीत चुके हैं। वर्तमान में मान संगरूर सीट से लोकसभा सांसद हैं। भगवंत मान राजनीति में आने से पहले पंजाबी कॉमेडी शो और पंजाबी कॉमेडी फिल्मों में काम करते थे। इस वजह से वह उस दौरान भी पंजाब के लोगों के बीच काफी लोकप्रिय थे। मान इस बार धुरी सीट से चुनाव जीते हैं।भगवंत मान 2011 में राजनीति में आए और मनप्रीत सिंह बादल की पीपल्स पार्टी ऑफ पंजाब में शामिल हुए। 2012 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने लेहरा सीट से चुनाव लड़ा लेकिन हार गए।
पंजाब में जब आम आदमी पार्टी ने अपना पांव रखा तो मान 2014 में पार्टी में शामिल हो गए और 2014 के लोकसभा चुनाव में संगरूर से पहली बार सांसद का चुनाव जीतने में कामयाब रहे।
2017 के विधानसभा चुनाव में भगवंत मान को अकाली दल के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने शिकस्त दी थी लेकिन भगवंत मान 2019 का लोकसभा चुनाव फिर से जीतने में सफल रहे।
भगवंत मान शराब पीने के आरोपों के कारण खासी चर्चा में भी रहे और फिर उन्होंने 2019 में आम आदमी पार्टी के एक कार्यक्रम में शपथ ली कि वह अब कभी शराब नहीं पीयेंगे। भगवंत मान को उनके जोरदार भाषणों, शेरो-शायरियों के लिए भी जाना जाता है।
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