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देश की संपत्ति कितने टेंपो के बदले बेची गयी: राहुल गांधी

राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी पर उनके 'टेंपो' वाले बयान को लेकर फिर से हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि लखनऊ से लेकर मुंबई और गुवाहाटी से लेकर अहमदाबाद तक तमाम एयरपोर्ट प्रधानमंत्री ने अपने ‘टेम्पो वाले मित्र’ को सौंप दिए हैं।

राहुल गांधी का यह हमला प्रधानमंत्री के इस आरोप को लेकर आया है जिसमें उन्होंने कहा था कि राहुल गांधी ने 'इस चुनाव में अचानक अंबानी और अडानी की बात करना बंद क्यों कर दिया? क्या कैश से भरे टेंपो कांग्रेस तक पहुंच गए हैं?' क़रीब हफ़्ते भर पहले आए इस बयान के बाद से राहुल गांधी पीएम पर हर रोज़ हमलावर हैं। अब उन्होंने एक वीडियो बयान जारी करते हुए पूछा है, 'देश की संपत्ति कितने टेम्पो के बदले बेची गयी, क्या नरेंद्र मोदी जनता को बताएंगे?'

एक्स पर उनका यह वीडियो बयान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा भाषणों में व्यवसायी गौतम अडानी और मुकेश अंबानी का उल्लेख नहीं करने का आरोप लगाने और दावा करने के कुछ दिनों बाद आया है।

प्रधानमंत्री ने 8 मई को एक चुनावी सभा में कहा था, 'आपने देखा होगा कि कांग्रेस के शहजादा पिछले पांच साल से यही बात दोहरा रहे हैं। जब से उनका राफेल विवाद शांत हुआ, उन्होंने इसे दोहराना शुरू कर दिया। पहले उन्होंने पांच उद्योगपतियों का नाम लिया और फिर अंबानी-अडानी, अंबानी-अडानी, अंबानी-अडानी पर आ गए। लेकिन चुनाव की घोषणा होने के बाद से ही उन्होंने दोनों को गाली देना बंद कर दिया है। मैं तेलंगाना की जनता से पूछना चाहता हूं, शहजादा बताएं- अंबानी-अडानी से कितना लिया? कितना काला धन ले जाया गया? क्या कैश से भरे टेंपो कांग्रेस तक पहुंच गए हैं? वह कौन सा सौदा हुआ है? आपने रातों-रात अंबानी-अडानी को गाली देना क्यों बंद कर दिया? निश्चित रूप से कुछ गड़बड़ है।'

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प्रधानमंत्री मोदी के उस बयान के कुछ देर बाद ही एक वीडियो बयान जारी कर राहुल ने कहा था कि प्रधानमंत्री घबरा गये हैं। राहुल ने कहा था कि भाजपा के भ्रष्टाचार के टेम्पो का ‘ड्राइवर’ और ‘खलासी’ कौन है, देश जानता है। 

राहुल ने वीडियो में कहा था, 'नमस्कार मोदी जी, थोड़ा-सा घबरा गए क्या! नॉर्मली, आप बंद कमरों में अडानी जी, अंबानी जी की बात करते हो, लेकिन पहली बार पब्लिक में अडानी-अंबानी बोला।' उन्होंने आगे कहा, 'आपको ये भी मालूम है कि टेंपो में पैसा देते हैं। क्या यह आपका पर्सनल एक्सपीरिएंस है? एक काम कीजिए। सीबीआई-ईडी को इनके पास भेजिए न। पूरी जानकारी लीजिए, इन्क्वायरी कराइए। जल्दी से जल्दी कराइए। घबराइए मत मोदी जी।'

राहुल ने आगे कहा था, ' 

मैं फिर से दोहराकर कह रहा हूँ। जितना पैसा नरेंद्र मोदी जी ने इनको दिया है न, उतना ही पैसा हम हिंदुस्तान के ग़रीब लोगों को देने जा रहे हैं। महालक्ष्मी योजना, पहली नौकरी पक्की योजना, इन योजनाओं के माध्यम से। करोड़ों लाखपति बनाएँगे हम। इन्होंने 22 अरबपति बनाए हैं, हम करोड़ों लाखपति बनाएँगे।


राहुल गांधी, पीएम मोदी के भाषण पर

वैसे प्रधानमंत्री मोदी ने राहुल पर अडानी-अंबानी का नाम नहीं लेने का आरोप तब लगाया था जब वह लगातार दोनों उद्योगपतियों पर हमला करते रहे हैं और उससे एक दिन पहले 7 अगस्त को राहुल ने उनपर नाम लेकर हमला किया था। तब झारखंड में एक चुनावी रैली में राहुल ने आदिवासियों के लिए अधिक प्रतिनिधित्व की ज़रूरत बताई और कहा था, 'भाजपा कहती है कि आप वनवासी हैं और वे सारी वन भूमि अडानी को दे देते हैं।'

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राहुल ने आगे कहा था, 'वह जो कुछ भी करते हैं वह अरबपतियों के लिए करते हैं। उनके अडानी और अंबानी जैसे 22-25 दोस्त हैं और जो भी काम कर रहे हैं वह उन्हीं के लिए है। जमीन उनके लिए है, जंगल उनके लिए है, मीडिया उनका है, बुनियादी ढांचा उनका है, फ्लाईओवर उनका है, पेट्रोल उनका है। सब कुछ उनके लिए है। दलितों, आदिवासियों, पिछड़े समुदायों के लोगों को सार्वजनिक क्षेत्र में आरक्षण मिलता था, अब वे हर चीज का निजीकरण कर रहे हैं। वे खुलेआम कह रहे हैं कि रेलवे का भी निजीकरण किया जाएगा, यह आपका संपत्ति का क्षेत्र है- रेलवे, सड़क, फ्लाईओवर, ये आपके हैं और अडानी का नहीं है। वह उन्हें सब कुछ दे देते हैं।'

उन्होंने कहा था, 'मीडिया के लोग यहां हैं, क्या वे कभी आदिवासियों के बारे में बात करते हैं। कभी नहीं। वे अंबानी की शादी को 24 घंटे दिखाएंगे।' 

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क़मर वहीद नक़वी
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