कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव दिग्विजय सिंह ने कहा है कि वह कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव के लिए 30 सितंबर को पर्चा दाखिल करेंगे। दिग्विजय सिंह गुरुवार को कांग्रेस के दफ्तर पहुंचे और नामांकन पत्र खरीदा। बुधवार शाम को ही खबर आई थी कि दिग्विजय सिंह कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव लड़ सकते हैं और अब इस बात की पुष्टि खुद दिग्विजय सिंह ने ही कर दी है।
बताना होगा कि पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर 30 सितंबर को नामांकन दाखिल करेंगे। उधर, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कह दिया है कि वह कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव नहीं लड़ेंगे।
इस तरह देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस में दो दशक बाद होने जा रहा अध्यक्ष का चुनाव अब बेहद रोमांचक हो गया है।
कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव में नामांकन 30 सितंबर तक भरे जा सकेंगे। 8 अक्टूबर तक नाम वापस लिए जा सकेंगे। एक से ज्यादा उम्मीदवार होने की सूरत में 17 अक्टूबर को मत डाले जाएंगे। 19 अक्टूबर को मतों की गिनती होगी और उसी दिन चुनाव नतीजे घोषित कर दिए जाएंगे।
किसे मिलेगा गांधी परिवार का समर्थन?
सवाल यह है कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष जैसे बड़े पद पर पार्टी का कौन नेता बैठेगा। इसके लिए पिछले दरवाजे से ही सही गांधी परिवार का समर्थन जरूरी होगा। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को गांधी परिवार के द्वारा समर्थित उम्मीदवार माना जा रहा था और रविवार को राजस्थान में हुए सियासी घटनाक्रम से पहले यह लगभग तय था कि अशोक गहलोत कांग्रेस के अध्यक्ष बन जाएंगे। लेकिन अब खुद गहलोत ने ही अध्यक्ष का चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है।G-23 गुट
शशि थरूर कांग्रेस में असंतुष्ट नेताओं के गुट G-23 में शामिल हैं और कांग्रेस अध्यक्ष के स्वतंत्र चुनाव सहित कई मामलों में पार्टी नेतृत्व के सामने आवाज उठा चुके हैं। ऐसे में उन्हें अप्रत्यक्ष रूप से गांधी परिवार का समर्थन मिलने की उम्मीद कम है।निश्चित रूप से कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव बेहद रोमांचक हो गया है और चुनाव में कौन-कौन से नेता आमने-सामने होंगे, इसे लेकर तस्वीर शुक्रवार शाम तक साफ हो जाएगी।
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