2024 का समीकरण तय होने लगा है। नये संसद भवन का उद्घाटन होने वाला है। इस मौक़े पर होने वाले समारोह को लेकर सत्ताधारी बीजेपी के पक्ष और विपक्ष में लामबंदी भी खुलने लगी है। एक तरफ़ 21 दल इकट्ठा हैं जिनके पास 147 सांसद और 96 राज्यसभा सदस्य हैं। ये दल नये संसद के उद्घाटन समारोह का बहिष्कार कर रहे हैं। राष्ट्रपति की गैर मौजूदगी को ये दल लोकतंत्र पर हमला बता रहे हैं। वहीं, दूसरी तरफ बीजेपी के साथ भी विपक्ष से 16 दल सामने आ गये हैं। इनमें से बीएसपी सबसे प्रमुख है।
नई संसद - क्या 2024 में मायावती बीजेपी के साथ जाएँगी?
- राजनीति
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- 26 May, 2023
नये संसद भवन के उद्घाटन को लेकर बीएसपी प्रमुख मायावती के रुख के क्या संकेत हैं? उन्होंने आख़िर विपक्षी दलों के बहिष्कार की आलोचना क्यों की? जानिए, असली वजह।

बीएसपी प्रमुख मायावती ने 21 दलों की ओर से नये संसद भवन के उद्घाटन समारोह के बहिष्कार से खुद को अलग कर लिया है। मायावती ने वह डगर निकाल ली है जो बीजेपी के पास से गुजरती है या फिर उसके घर तक जाती है। मायावती अब उन सियासी दलों का नेतृत्व कर सकती हैं जो उनकी राह पर चलते हुए राष्ट्रीय सियासत में खेमेबंदी या ध्रुवीकरण अधिक स्पष्ट करें। यह समूह बीजेपी के साथ नरम रुख रखने वाला होगा।