आंध्र प्रदेश में तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) के नेतृत्व वाला विपक्ष राज्य में विधानसभा चुनाव के साथ-साथ लोकसभा चुनाव से पहले एक अनोखा वादा लेकर आया है। टीडीपी "कम कीमत" में बेहतर क्वॉलिटी वाली शराब का वादा कर मतदाताओं को लुभा रही है। अभी तक चुनाव आयोग ने इस वादे का संज्ञान नहीं लिया है।
टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू ने कहा- "शराब की दरों सहित सभी वस्तुओं की कीमतें बहुत बढ़ गई हैं, आसमान छू रही हैं। जब मैं शराब का जिक्र करता हूं तो हमारे छोटे भाई खुश हो जाते हैं। वे चाहते हैं कि शराब की कीमतें कम की जाएं। यह जगन मोहन रेड्डी ही हैं जिन्होंने कीमत सौ रुपये से 200 रुपये तक बढ़ा दी है।"
चंद्रबाबू नायडू ने कई मौकों पर वाईएसआर सरकार पर खराब क्वॉलिटी वाली शराब की आपूर्ति करने और बढ़ी हुई कीमतों से हजारों करोड़ रुपये तक का मुनाफा कमाने का आरोप लगाया है। भाजपा की सहयोगी जन सेना पार्टी (जेएसपी) के प्रमुख और अभिनेता पवन कल्याण ने भी आंध्र प्रदेश में सत्तारूढ़ सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि अगर लोग वाईएसआर कांग्रेस पार्टी द्वारा आपूर्ति की गई शराब का सेवन जारी रखेंगे तो वे बीमार पड़ जाएंगे। जेएसपी लोकसभा चुनाव के लिए एनडीए में टीडीपी की सहयोगी है।
पीथापुरम से चुनाव लड़ रहे पवन कल्याण ने एक रैली के दौरान आरोप लगाया कि जगन मोहन रेड्डी ने शराब की बिक्री के माध्यम से 40,000 करोड़ रुपये की "लूट" की है। उन्होंने यह भी सवाल किया कि "शराब की खरीद के लिए डिजिटल भुगतान क्यों स्वीकार नहीं किया जाता। पैसा कहां जा रहा है... कुल बेची गई शराब का लगभग 74 प्रतिशत सिर्फ 16 कंपनियों द्वारा आपूर्ति किया जा रहा है?"
आंध्र प्रदेश भाजपा प्रमुख डी पुरंदेश्वरी ने राज्य में शराब कारोबार की जांच की मांग करते रहे हैं।
पिछले महीने, बीजेपी-टीडीपी-जन सेना पार्टी ने आंध्र प्रदेश में आगामी विधानसभा और लोकसभा चुनावों के लिए सीट-बंटवारे समझौते को अंतिम रूप दिया था। भाजपा छह लोकसभा और 10 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ रही है। वहीं, टीडीपी को 17 लोकसभा और 144 विधानसभा सीटें दी गई हैं। जन सेना पार्टी को दो लोकसभा और 21 विधानसभा सीटें दी गई हैं।
अपनी राय बतायें