एनडीए में क्या सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है? बिहार में एनडीए के सहयोगी दल के मंत्री कभी इस्तीफे की धमकी दे रहे हैं तो कभी किसी राज्य में एनडीए से अलग होने की घोषणा तक कर रहे हैं। हालाँकि, इन दोनों मामले में ऊहोपोह की स्थिति बन गई। ताज़ा मामला जेडीयू का है। मणिपुर में जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष ने राज्यपाल अजय कुमार भल्ला को पत्र लिखकर कह दिया कि पार्टी राज्य में भाजपा के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार का समर्थन नहीं करती है। लेकिन थोड़ी देर बाद ही पार्टी हाईकमान ने कह दिया कि जेडीयू एनडीए का हिस्सा है और ख़त लिखने वाले प्रदेश अध्यक्ष को हटा दिया गया है। इससे पहले जीतन राम मांझी के कैबिनेट पद को लेकर ऐसी ही ऊहापोह की स्थिति बनी थी। तो सवाल है कि आख़िर एनडीए में क्या सबकुछ ठीक नहीं है?
मणिपुर जेडीयू में बवाल क्यों, क्या बिहार एनडीए में सबकुछ ठीक नहीं?
- राजनीति
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- 22 Jan, 2025
जेडीयू और एनडीए के बीच मणिपुर में बवाल क्यों हुआ? जीतन राम मांझी की मंत्री पद से इस्तीफ़े की धमकी का विवाद क्यों हुआ? क्या बिहार में चुनाव से पहले सीटों के लिए दबाव की राजनीति की जा रही है?

इस सवाल का जवाब ढूंढने से पहले यह जान लें कि आख़िर ये घटनाक्रम क्या चले हैं और किन हालात में ये सब हो रहा है। दरअसल, बिहार में इसी साल विधानसभा के चुनाव होने हैं। छन-छन कर ऐसी ख़बरें आ रही हैं कि एनडीए में घटक दल ज़्यादा से ज़्यादा सीटों के लिए जोर लगा रहे हैं। जेडीयू और बीजेपी तो ज़्यादा सीटें पाने की कोशिश में हैं ही, चिराग पासवान की पार्टी और जीतन राम मांझी की पार्टी भी इसी प्रयास में लगी हैं।