पूर्वी लद्दाख के सीमांत भारतीय इलाक़ों में चीनी सेना द्वारा घुसपैठ कर अड्डा जमाए हुए साढ़े तीन महीने से अधिक हो चुके हैं और अबतक के संकेत यही हैं कि चीन भारत से कोई बीच का रास्ता तलाश कर समझौता कर लेने पर अड़ा हुआ है। इसका मतलब है कि चीनी सेना कुछ इलाक़ों में तो यथास्थिति बहाल कर देगी लेकिन देपसांग, पैंगोंग त्सो झील के भारतीय इलाक़े पर अपना क़ब्ज़ा नहीं छोड़ेगी।गुरुवार को दोनों देशों के विदेश मंत्रालयों के संयुक्त सचिव स्तर की वर्किंग मैकेनिज़्म (डब्ल्यूएमसीसी) की चौथे दौर की बातचीत में चीन अपने सैनिकों को पाँच मई से पहले की यथास्थिति बहाल करने पर सहमति देगा, इसकी उम्मीद कम ही है।