आज सुबह मध्य प्रदेश के उज्जैन में विकास दुबे को मध्य प्रदेश पुलिस ने बिना किसी हथियार के गिरफ्तार कर लिया। दुबे की इस तरह हुई बेहद नाटकीय गिरफ्तारी से 2 सवाल खड़े होते हैं। पहला, कि ऐसे में जबकि पूरे उत्तर प्रदेश की पुलिस उसे ढूँढ रही थी, पूरे प्रदेश की ज़बरदस्त नाकाबंदी के दावे कर रही है, वह इतने आराम से, बिना कोई भेष बदले दूर मध्य प्रदेश तक पहुँचा कैसे और तब जबकि उसकी खोज पूरे देश में हो रही थी, उसे इस तरह खुलेआम 'महाकाल' के दर्शन की क्यों सूझी? और दूसरा अब जबकि यह लगभग तय था कि यूपी पुलिस उसे चाहे जहाँ पकड़े, महज़ उसकी गिरफ्तारी से सहमत नहीं होने वाली थी, तो क्या अब ट्रांज़िट वारंट की दशा में वह यूपी की जेलों तक सुरक्षित पहुँच जायेगा या उसे 'मुठभेड़ में मार गिराए जाने की संभावनाएँ अभी भी मौजूद हैं।
सत्य हिंदी ने कल ही आशंका जताई थी- विकास दुबे मारा जाएगा, पढ़ें यह रिपोर्ट
- विचार
- |
- |
- 9 Jul, 2020

विकास दुबे का गैंग अचानक 'राजसत्ता' की मशीनरी को इस तरह से चैलेंज करेगा, इसकी उम्मीद राज्य में किसी को नहीं थी। उत्तर प्रदेश के राजनेताओं और पुलिस के छोटे-बड़े अधिकारियों के साथ उसके जितने प्रगाढ़ सम्बन्ध थे, गिरफ्तारी के बाद उन पर से पर्दा उठना बाक़ी है। यह पर्दा बड़ा ज़बरदस्त होगा, इतना तो स्पष्ट है।