मुनव्वर राणा ने जैसे ही कहा कि यूपी में मुसलमान होना ही गुनाह हो गया है, देशभर में बवंडर खड़ा हो गया। इस बयान को इस रूप में भी लिया गया कि एक पारिवारिक विवाद को पूरे मुस्लिम समुदाय से जोड़कर विक्टिम कार्ड खेलने की कोशिश मुनव्वर राणा ने की है। वास्तव में मुनव्वर ने अपना बयान दोहराया है। एक महीना पहले भी उन्होंने कहा था कि अगर सीएम योगी दोबारा मुख्यमंत्री बनते हैं तो वे उत्तर प्रदेश छोड़ देंगे। बल्कि, यह समझ लेंगे कि यूपी मुसलमानों के रहने लायक नहीं रह गया है।
क्या मुसलमान होना गुनाह है?
- विचार
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- 27 Aug, 2021

मुनव्वर राणा के ताज़ा बयान पर इतना बवाल क्यों मचा है? मुनव्वर राणा ने जो कहा कि यूपी में मुसलमान होना ही गुनाह हो गया है, उसमें कितनी सच्चाई है?
मुनव्वर राणा के बयान को अगर पारिवारिक क़लह पर विक्टिम कार्ड के तौर पर देखेंगे तो बयान में एक शायर की जो पीड़ा व्यक्त हो रही है उसे कभी नहीं समझा जा सकता। जो बात मुनव्वर कह रहे हैं कोई दूसरा क्यों नहीं कह पा रहा है? क्या असुद्दीन ओवैसी यही बात नहीं कह सकते थे?