कोरोना वायरस के बारे में दुनिया को वक़्त पर आगाह न करने का आरोप लगाकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रम्प ने विश्व स्वास्थ्य संगठन को दिया जाने वाला सालाना वित्तीय अनुदान रोकने का विवादास्पद फैसला लिया है। इस पर न केवल उन्हें अंतरराष्ट्रीय समुदाय बल्कि घरेलू स्तर पर भी निंदा का सामना करना पड़ा है।
ट्रंप ने रोका पैसा, पर डब्लूएचओ पर नाकामी का आरोप भारत ने भी लगाया था
- विचार
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- 17 Apr, 2020

न्यूयार्क में भारत के स्थायी प्रतिनिधि अकबरुद्दीन ने एक भारतीय टीवी चैनल से भेंट में इशारों में कहा है कि जब कोरोना वायरस के हमले से निबट लेंगे तो इससे जुड़े मुद्दे ज़रूर उठाए जाएँगे। अमेरिका और यूरोप के सामरिक हलक़ों में कहा जा रहा है कि कोरोना के ख़िलाफ़ लड़ाई पूरी दुनिया पर थोपी गई है और यदि चीनी नेतृत्व गम्भीर, ईमानदार व पारदर्शी होता तो आज दुनिया में इतना त्राहिमाम नहीं मचा होता।