उत्तरी सिक्किम के नाकू ला सेक्टर में गश्त के दौरान शनिवार को भारतीय सैनिकों द्वारा चीनी सैनिकों को अपने इलाक़े में घुसते हुए पाये जाने पर उन्हें रोका गया। इसके बाद दोनों देशों के सैनिकों के बीच पहले कहासुनी हुई, धक्का-मुक्की हुई और फिर दोनों ओर से पत्थरबाजी भी हुई। यह राहत की बात है कि दोनों देशों के सैनिकों ने एक-दूसरे पर गोलियां नहीं चलाईं।
भारत-चीन: शुक्र है पत्थर ही चले, गोली नहीं
- विचार
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- 29 Jun, 2020

दोनों देशों के बीच चार हजार किमी. लम्बी वास्तविक नियंत्रण रेखा के कई इलाक़ों पर अक्सर एक-दूसरे के सैनिकों द्वारा अतिक्रमण की वारदात होती हैं जिन्हें आम तौर पर आपसी बातचीत के द्वारा निबटा लिया जाता है। अतिक्रमण की वारदात इसलिए होती हैं क्योंकि दोनों देशों की सीमाएं निर्धारित नहीं हैं और दोनों की इसे लेकर अपनी-अपनी धारणाएं हैं।
दोनों देशों के बीच चार हजार किमी. लम्बी वास्तविक नियंत्रण रेखा के कई इलाक़ों पर अक्सर एक-दूसरे के सैनिकों द्वारा अतिक्रमण की वारदात होती हैं जिन्हें आम तौर पर आपसी बातचीत के द्वारा निबटा लिया जाता है। अतिक्रमण की वारदात इसलिए होती हैं क्योंकि दोनों देशों की सीमाएं निर्धारित नहीं हैं और दोनों की इसे लेकर अपनी-अपनी धारणाएं हैं।