स्वतंत्रता सेनानी भगत सिंह को 23 मार्च, 1931 की सुबह जेल में फाँसी पर चढ़ा दिया गया था। उनका लेख 'मैं नास्तिक क्यों हूँ?' 27 सितम्बर 1931 को लाहौर के अखबार 'पीपल' में प्रकाशित हुआ था। इसमें उन्होंने धर्म पर चोट की और खुद को नास्तिक बताया।
शहीद भगत सिंह ने कहा था- 'मैं नास्तिक क्यों हूँ'
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- 23 Mar, 2021
नास्तिकता को लेकर भगत सिंह के क्या विचार थे? पढ़िए, शहीद भगत सिंह की जयंती पर यह लेख।
