फ़रवरी, 2019 में हुए पुलवामा हमले के बाद से ही ख़राब चल रहे भारत और पाकिस्तान के रिश्ते अब धीरे-धीरे सामान्य होते दिख रहे हैं। काफी वक़्त से मिल रहे ऐसे संकेतों के बीच दोनों मुल्क़ आज नई दिल्ली में सिंधु नदी से संबंधित स्थायी सिंधु आयोग की बैठक में शामिल होंगे। यह बैठक दो दिन की होगी और इसमें इस आयोग में नियुक्त दोनों देशों के अफ़सर भाग लेंगे।
ख़बरों के मुताबिक़, पाकिस्तान की ओर से भारत के दो प्रोजेक्ट्स पाकल डुल और लोवर कलनाई को लेकर आपत्ति जताई है और इन दोनों पर भी बातचीत हो सकती है।
भारत चेनाब की सहायक नदी मारुसुदार नदी पर पाकल डुल हाइड्रो इलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट (1,000 मेगावाट) का निर्माण कर रहा है। यह परियोजना जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में चल रही है। लोवर कलनाई वाला प्रोजेक्ट चेनाब नदी पर बनाया जा रहा है। इसके अलावा भी नदियों से संबंधित कुछ अन्य मुद्दों पर चर्चा हो सकती है।
स्थायी सिंधु आयोग की इस बैठक में प्रदीप कुमार सक्सेना, आयुक्त (सिंधु), भारत के प्रतिनिधिमंडल की अगुवाई करेंगे, जबकि पाकिस्तान की अगुवाई सिंधु के पानी के मामलों के आयुक्त सैयद मोहम्मद मेहर अली शाह करेंगे। सक्सेना ने पिछले हफ़्ते ‘द इंडियन एक्सप्रेस’ को बताया था कि उन्हें उम्मीद है कि बातचीत के जरिये सभी मुद्दों का हल निकल आएगा।
इससे पहले स्थायी सिंधु आयोग की बैठक 29-30 अगस्त, 2018 को लाहौर में हुई थी। इस बैठक में भी पाकल डुल और लोवर कलनाई प्रोजेक्ट्स को लेकर बातचीत हुई थी।
दोनों देशों के बीच हुए सिंधु नदी के समझौते के मुताबिक़, भारत और पाकिस्तान को साल में कम से कम एक बार इस मामले में बातचीत करनी होगी। यह समझौता 1960 में हुआ था। पुलवामा हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के बालाकोट में घुसकर एयर स्ट्राइक की थी और अगस्त, 2019 में कश्मीर के धारा 370 के दर्जे को ख़त्म कर दिया था।
बेहतर हो रहे संबंध
दोनों देशों के बेहतर हो रहे संबंधों की ख़बरों को तब चर्चा मिली थी दोनों देश लाइन ऑफ़ कंट्रोल (एलओसी) पर शांति बहाली और पुराने समझौतों पर अमल करने के लिए राजी हो गए थे। इसके अलावा भारत ने इमरान ख़ान के विशेष विमान को भारत के एयरस्पेस का इस्तेमाल करने की इजाजत दे दी थी और जम्मू-कश्मीर की सीमाओं पर सीज़ फ़ायर के उल्लंघन की घटनाएं कम होने लगी थीं।
पाकिस्तान के वज़ीर-ए-आज़म इमरान ख़ान और आर्मी चीफ़ क़मर जावेद बाजवा ने भी दोनों देशों के बीच अच्छे संबंधों की हिमायत की है। हालांकि दोनों ने ही इसके लिए कश्मीर के मुद्दे को अहमियत दी है लेकिन फिर भी यह पहल अहम है।
कई सालों बाद पाकिस्तान की ओर से पांच खिलाड़ियों की एक टीम बीते दिनों भारत आई और जब इमरान ख़ान के कोरोना संक्रमित होने की ख़बर आई तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना की।
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