“मणिपुर में लोगों को मारकर भारत माता की हत्या की गयी...आपने मेरी माँ की हत्या की है...आप देशप्रेमी नहीं देशद्रोही हो!”
राहुल ने नोच डाला बीजेपी के चेहरे से ‘देशभक्ति’ का नक़ाब!
- विचार
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- 10 Aug, 2023

मणिपुर हिंसा को लेकर लोकसभा में मोदी सरकार के ख़िलाफ़ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर बहस के दौरान राहुल गांधी के दिए भाषण के मायने क्या हैं? जानिए, आख़िर उन्होंने 'देशभक्ति' को लेकर सवाल क्यों उठाया।
राहुल गाँधी का संसद में दिया गया ये बयान बीजेपी और उसके वैचारिक स्रोत आरएसएस पर किया गया अब तक का सबसे तीखा हमला है। महात्मा गाँधी की हत्या के बावजूद कांग्रेस नेतृत्व ने आरएसएस को देशद्रोही नहीं कहा था, लेकिन राहुल गाँधी के सामने कोई हिचक नहीं है। उन्होंने मणिपुर में लगी आग के मद्देनज़र प्रधानमंत्री मोदी की चुप्पी और बीजेपी की डबल इंजन सरकार की नाकामी को भारत के प्रति द्रोह से जोड़कर बीजेपी की देशभक्ति को सवालों के घेरे में ला दिया है।
राहुल गाँधी के इस अंदाज़ ने ‘भारत के विचार’ को प्रबल रूप में बीच बहस ला दिया है। मोदी सरकार पर ‘भारत माता की हत्या’ करने का आरोप लगाकर उन्होंने साफ़ कर दिया है कि ‘राष्ट्रवाद’ पर बीजेपी की इजारेदारी उन्हें बरदाश्त नहीं है। ग़ौर से देखें तो राहुल के भाषण में पं. जवाहरलाल नेहरू और डॉ. आंबेडकर की वाणी गूँज रही थी जो भारत माता की तस्वीर पूजने को फ़र्ज़ी राष्ट्रवाद क़रार देती है। राहुल ने अपने भाषण के ज़रिए बीजेपी के चेहरे से इसी फ़र्ज़ी राष्ट्रवाद के नक़ाब को नोच फेंका है। राहुल का भाषण एक नये क़िस्म के वैचारिक युद्ध का ऐलान है जो तय करेगा कि भारत के भविष्य की तस्वीर कैसी होगी।