इस समय पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव की प्रक्रिया चल रही है। तीन राज्यों में वोट डाले जा चुके हैं और दो राज्यों में सात मार्च को मतदान की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी। इन पांचों राज्यों के लिए जब से चुनाव घोषणा हुई है तब से लेकर अब तक लग ही नहीं रहा है कि देश में चुनाव आयोग नाम की कोई संस्था अस्तित्व में है। अगर है भी तो ऐसा लग रहा है कि वह एक स्वतंत्र संवैधानिक संस्था के रूप में नहीं बल्कि केंद्र में सत्तारूढ़ की सहयोगी पार्टी के रूप में काम कर रहा है।