जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा का अनावरण करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बड़ा बुनियादी सवाल खड़ा कर दिया। सवाल यह है कि कौन बड़ा है- राष्ट्रहित या विचारधारा? यह सवाल उन्होंने कोई बौद्धिक बहस चलाने के लिए नहीं खड़ा किया है। ट्रंप और मोदी जैसे नेताओं से यह आशा करना व्यर्थ है। मोदी ने इसे इसलिए उठाया है क्योंकि जेएनयू को वामपंथ का गढ़ माना जाता है।