वर्तमान आम-चुनाव के परिणाम को लेकर हम विश्लेषकों को सत्ताधारी दल- भारतीय जनता पार्टी (भाजपा)- का मर्सिया पढ़ने का फिलहाल कोई कारण नहीं है। जैसे फ़िल्म में हीरो ने कहा था “मेरे पास मां है”, भाजपा भी कह सकती है “मेरे पास मोदी है, गवर्नेंस का “मोदी-मॉडल” है। “अगली सरकार किसकी” के मिलियन डॉलर प्रश्न का जवाब इसी परिप्रेक्ष्य में देखना होगा।