मोदी सरकार ने अपने तीसरे कार्यकाल का पहला संसदीय सत्र बीत जाने के बाद ऐलान किया है कि हर साल 25 जून को इमरजेंसी लगाये जाने की याद में ‘संविधान हत्या दिवस' मनाया जाएगा। इस संबंध में जारी हुए गजट नोटिफ़िकेशन की तस्वीर के साथ पूर्व प्रधानमंत्री (शहीद) इंदिरा गाँधी को कोसते हुए गृहमंत्री अमति शाह ने 12 जुलाई की शाम सोशल मीडिया एक्स पर एक पोस्ट लिखी जिसे रीपोस्ट करने में प्रधानमंत्री मोदी ने ज़रा भी देर नहीं की।
‘संविधान हत्या दिवस’ या नफ़रत की आग में बासी कढ़ी उबालने की कोशिश!
- विचार
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- 13 Jul, 2024

इमरजेंसी का फ़ैसला वाक़ई ग़लत था, लेकिन इंदिरा देवी नहीं मानवी ही थीं। उन्होंने ग़लती की और उसे क़ुबूल किया। देश की जनता ने इसे समझा और उन्हें जिताकर इमरजेंसी की कथा का 1980 में उद्यापन कर दिया था।